मुरादाबाद में सड़क हादसे रोकने के लिए अब ये उठाए जाएंगे कदम, ब्लैक स्पाट पर भी किया जाएगा काम
Prevent Road Accidents in Moradabad मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति और जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की दो अलग- अलग बैठकें हुईं। बैठक परिवहन संबंधी निर्णय लेने के साथ ही दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए ब्लैक स्पाट अभियान को लेकर कार्य करने पर मंथन हुआ।
मुरादाबाद, जेएनएन। Prevent Road Accidents in Moradabad : मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति और जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की दो अलग- अलग बैठकें हुईं। बैठक परिवहन संबंधी निर्णय लेने के साथ ही दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए ब्लैक स्पाट अभियान को लेकर कार्य करने पर मंथन हुआ। ब्लाक स्पाट पर लोगों की जान बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने निर्देश दिए। मंडलायुक्त आन्जेनय कुमार सिंह ने आदेश दिया कि सड़क दुर्घटना रोकने के लिए सड़कों को चौड़ा किया जाए, अगर कहीं आवश्यकता हो तो सड़क के किनारे के हरित क्षेत्र को छोटा कर सकते हैं।
मंडलायुक्त सभागार में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बताया गया है कि मंडल में 42 ब्लैक स्पाट हैं। तीन साल में 210 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। दुर्घटना में चार सौ से अधिक वाहन चालक और यात्रियों की मौत हो चुकी है। मुरादाबाद जिले में दस, अमरोहा में 13, बिजनौर में पांच, रामपुर में 11 और सम्भल में तीन ब्लाक स्पाट हैं। लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को आदेश दिया कि मुख्यालय से बजट मांग कर ब्लाक स्पाट क्षेत्र की सुधार कराएं। बरसात के कारण इन दिनों सड़कों के गड्ढे हो गए हैं, इससे दुर्घटना बढ़ रही हैं। 31 अक्टूबर तक गड्ढे को भरने का काम हर हाल में पूरा कर लिया जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा जगह जगह पर फ्लाईओवर ब्रिज बनाया है, वहां संकेत बोर्ड के साथ डायवर्जन के बोर्ड लगा दें।
शहरी आबादी में चौक चौराहे पर अतिक्रमण कर दुकान आदि बना लिया गया है, साथ ही खंभे आदि पर बड़े बड़े बोर्ड लगा दिए गए हैं। इससे वाहन चालकों को आगे का रास्ता साफ दिखायी नहीं देता, जिसके चलते सड़क दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे स्थानों से अतिक्रमण व बोर्ड हटाने का तत्काल कार्रवाई करें। स्कूल खुल गए हैं, स्कूल बसों का संचालन शुरू हो गया है। इन बसों की फिटनेस व चालकों की ड्राइविंग लाइसेंस की जांच कराई जाए। नियम के विरुद्ध चल रहे बसों को चलने से रोक दें। ट्रैफिक पुलिस व परिवहन अधिकारी नियम के विरुद्ध वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे। एंबुलेंस वाहनों के चालकों के चरित्र का सत्यापन अवश्य कराएं।
पुलिस घायल को अस्पताल लगाने वाले व्यक्ति को परेशान नहीं करें या अनावश्यक पूछताछ न की जाए। अस्पताल परिसर में सड़क दुर्घटना में मृतक के आश्रितों को मिलने वाले मुआवजा राशि के बारे में जानकारी देने के लिए प्रचार बोर्ड लगाने के आदेश दिए। शिक्षा विभाग को आदेश दिया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाए। वहीं जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सड़क दुघर्टनाओं में कमी लाने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं। ब्लैक स्पाट पर दुर्घटना रोकने के लिए जो भी जरूरी कार्य हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया।
बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबूल कुमार, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) भीमसेन सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आरके सिंह, नगर आयुक्त संजय कुमार चौहान, के अलावा अन्य विभाग के अधिकारी, ट्रक व बस एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।