गार्ड को पीटकर शीशा तोड़कर कूदे बदमाश, 'लोकेशन' की छोटी चूक ने लुटवाया घर; मास्टरमाइंड इलेक्ट्रीशियन गिरफ्तार
पुलिस ने किया लूट का पर्दाफाश: निर्यातक से लोकेशन लेकर की गई वारदात। इलेक्ट्रीशियन नरेंद्र मुख्य षड्यंत्रकर्ता। पुलिस ने फोन सीडीआर और सीसीटीवी फुटेज से किया बदमाशों का सुराग। गार्ड पर जानलेवा हमले के तहत धाराएं बढ़ीं। एसपी सिटी ने दी घर की सुरक्षा संबंधी सावधानियां।

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। घर से बाहर जाने के बाद यदि आप बड़ी आसानी से दूसरों को अपनी लोकेशन बता दे रहे हैं। पड़ोसियों से मेलजोल नहीं रख रहे हैं तो आपके घर किसी भी वक्त कोई अनहोनी हो सकती है। निर्यातक के घर लूटपाट की खुली कहानी हमें बदलते समाज की सच्चाई से रूबरू करा रही है। अजनबियों पर भरोसा और छोटी-सी चूक से न सिर्फ घर लुट रहा है, बल्कि कत्ल तक हो रहे हैं। निर्यातक से भी यही गलती हुई।
पुलिस के अनुसार, इलेक्ट्रीशियन नरेंद्र सिंह ने उनका भरोसा छोड़ दिया। काम के बहाने निर्यातक को फोन काल की। उन्होंने शहर से बाहर होने व कुछ दिन बाद आने की बात कही तो उसे मौका मिल गया जिसका वह लंबे समय से इंतजार कर रहा था। फिर आनन-फानन गुर्गों को तैयार किया और लूटपाट की। लेकिन, वही फोन काल, सीसीटीवी और कच्ची कहानी में वह फंस गया और वह बेनकाब हो गया।
पुलिस के अनुसार, इलेक्ट्रीशियन नरेंद्र सिंह निर्यातक के घर इलेक्ट्रिसिटी का काम देखता था। इसके चलते वह निर्यातक के संपर्क में रहता था। घर पर आने-जाने के चलते वह निर्यातक की कोठी के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हो गया था। उसे पता था कि यदि मुख्य द्वार से कोठी में एंट्री की कोशिश करेगा तो सीधे उसका सामना गार्ड कमलेश से होगा। इसलिए उसने वह रास्ता न चुनकर साइड वाली दीवार फांदकर कोठी में प्रवेश किया। फिर प्रथम तल की खिड़की का शीशा तोड़कर उसमें प्रवेश किया।
सीधे उस अलमारी को ही निशाना बनाया, जिसमें उसे पता था कि कीमती सामान है। चांदी के बर्तन व अन्य सामान उसके हत्थे लग गया। कैमरे में कैद घटना दफ्न हो जाए, इसलिए डीवीआर हटाकर अंदर से ही ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचा। इससे पहले घटना का विरोध जता चुके गार्ड को पीटकर कमरे में बंद कर दिया। घटनास्थल पर अत्यधिक रक्त के चलते अंदेशा जताया जा रहा था कि घटना में कोई और घायल हुआ है। लेकिन, राजफाश के बाद पता चला कि खून गार्ड का ही था। अंगुली में गहरे जख्म के चलते अत्यधिक रक्तस्राव हुआ था।
पहले मुकदमे में बढ़ीं धाराएं, पुलिस टीम पर हमले का दूसरा मुकदमा
बदमाशों ने गार्ड पर जानलेवा हमला किया था। लिहाजा, उनके विरुद्ध लिखी पहली प्राथमिकी में पुलिस ने हत्या के प्रयास की धाराएं बढ़ा दीं। इतना ही नहीं, पुलिस टीम पर फायरिंग मामले में आरोपितों पर एक और प्राथमिकी लिखी गई है। इसके बाद मामले में आरोपितों के विरुद्ध दो-दो मुकदमे हो गए।
घर लौटे निर्यातक, देखा कोना-कोना
वारदात की जानकारी के बाद निर्यातक देर रात घर लौट आए। घर पहुंचते ही उन्होंने कोना-कोना देखा। पुलिस ने उनसे जानकारी ली कि घर छोड़ने के बाद उनकी किस किससे बात हुई। इस दौरान किनसे लोकेशन साझा की या बाहर होने की बात बताई। उसमें अजनबी कौन-कौन थे। पुलिस के इन सवालों पर निर्यातक ने जो जवाब दिए, उससे भी पुलिस की राह आसान हो गई।
पुलिस की अपील...घर की सुरक्षा के लिए बरतें यह सावधानी
- - यदि आप कहीं बाहर जा रहे हैं तो किसी से यह साझा न करें।
- - घर पर काम करने वाले कर्मचारियों का पूरा ब्यौरा रखें।
- - उनका पुलिस वेरिफिकेशन जरूर कराएं।
- - संभव हो तो उनके फिंगर फ्रिंट भी लेकर रखें। इससे अपराधियों को ट्रेस करना बेहद आसान होता है।
- - घर में इमरजेंसी सिस्टम जैसी व्यवस्था रखें।
- - आस-पड़ोस के लोगों से भी मेलजोल रखें जिससे अजनबी की गतिविधि पर वह आपको जानकारी दे सकें।
फोन सीडीआर, सीसीटीवी कैमरे से बदमाशों का सुराग में मदद मिली जिससे घटना का राजफाश हुआ। घटना में शामिल इलेक्ट्रीशियन समेत तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इलेक्ट्रीशियन ही घटना का मुख्य षड्यंत्रकर्ता है। आरोपितों के विरुद्ध लिखी प्राथमिकी में हत्या के प्रयास की धाराएं बढ़ाने के साथ पुलिस टीम पर हमले का एक और मुकदमा लिखा गया है।
- कुमार रणविजय सिंह, एसपी सिटी
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