Updated: Thu, 17 Jul 2025 08:45 PM (IST)
मुरादाबाद के कुंदरकी क्षेत्र में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल दिनेश चौधरी को 5 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। लेखपाल ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगाने के लिए 10 हजार रुपये मांग रहा था। शिकायत मिलने पर टीम ने कार्रवाई की। एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच जारी है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। कुंदरकी क्षेत्र के गांव जैदपुर पट्टी में गुरुवार दोपहर एंटी करप्शन टीम ने एक व्यक्ति से पांच हजार रुपये रिश्वत लेते लेखपाल दिनेश चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। उसने ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगाने के एवज में 10 हजार रुपये मांगे थे। टीम आरोपित लेखपाल को शुक्रवार को बरेली में कोर्ट के समक्ष पेश करेगी। लेखपाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होते ही एसडीएम ने उसे निलंबित कर दिया है। विभागीय जांच भी बैठाई है।
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उधर, ईडब्ल्यूएस पटल पर कार्यरत लिपिक श्रवण कुमार को भी हटाकर आइजीआरएस पोर्टल पर तैनात किया है। आरोपित लेखपाल मुरादाबाद के कटघर क्षेत्र का रहने वाला हैं। कुंदरकी नगर के मुहल्ला सादात निवासी मेहरबान ने शासन से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग-सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ लेने के लिए बेटी का ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र बनवाने को एक माह पहले आनलाइन आवेदन किया था।
बिलारी तहसील में तैनात मुहल्ला गोविंद नगर कटघर निवासी हलका लेखपाल दिनेश चौधरी को प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगानी थी। इसके लिए लेखपाल ने मेहरबान से 10 हजार रुपये मांगे। मेहरबान एक माह से लेखपाल के पास चक्कर काट रहे थे। लेकिन, वह बिना रुपये लिए रिपोर्ट लगाने के लिए तैयार नहीं था। मेहरबान ने पांच हजार रुपये देने की बात कही। लेकिन, वह नहीं माना।
इसके बाद दोनों में तय हुआ कि रिपोर्ट लगने से पहले पांच हजार और काम होने के बाद फिर पांच हजार रुपये देने होंगे। इस बीच मेहरबान ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। इंस्पेक्टर नवल मारवाह के नेतृत्व में टीम नियुक्त की गई।
गुरुवार दोपहर मेहरबान ने लेखपाल दिनेश चौधरी को जैदपुर पट्टी गांव बुला लिया। वहां पहले से ही सादा कपड़ों में एंटी करप्शन की टीम मौजूद थी। जैसे ही मेहरबान ने लेखपाल को पांच हजार रुपये दिए तो टीम ने उसे रंगे हाथ दिनेश चौधरी को पकड़ लिया। इसके बाद आरोपित को टीम कुंदरकी थाने ले गई। जहां उसके खिलाफ प्राथमिकी लिखाई। उधर, जानकारी के बाद एसडीएम विनय कुमार सिंह ने लेखपाल दिनेश चौधरी को निलंबित कर विभागीय जांच बैठाई। जांच अधिकारी तहसीलदार धीरेश कुमार को बनाया है।
ईडब्ल्यूएस पटल पर कार्यरत लिपिक श्रवण कुमार को भी तत्काल प्रभाव से हटाकर आइजीआरएस पोर्टल पर लगाया, जबकि उसके स्थान पर लिपिक अमन चौहान को नियुक्त किया है। वर्जन शिकायत के बाद टीम पहुंची थी। लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपित के खिलाफ कुंदरकी थाने में प्राथमिकी लिखाई है। शुक्रवार को जेल भेजा जाएगा। -नवल मारवाह, इंस्पेक्टर एंटी करप्शन टीम
एसडीएम ने लेखपाल को किया सस्पेंड
एसडीएम विनय कुमार सिंह ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद लेखपाल को निलंबित कर दिया है। लिपिक श्रवण कुमार को हटाकर लिपिक अमन चौहान को नियुक्त किया है। मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी गई हैं।
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