ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर युवक से 10 लाख ठगे, पति-पत्नी समेत छह के खिलाफ FIR
मुरादाबाद में एक युवक को ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर दस लाख रुपये की ठगी हुई। आरोपियों ने खुद को सचिवालय लखनऊ से जुड़ा बताकर नौकरी का झांसा दिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने दंपती समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने पीड़ित को जान से मारने की धमकी भी दी।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से दस लाख रुपये ठग लिए। खुद को सचिवालय, लखनऊ से जुड़ा बताने वाले आरोपितों ने युवक को नौकरी का झांसा देकर किस्तों में कुल दस लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एक दंपती समेत छह नामजद आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
सिविल लाइंस क्षेत्र के हरथला स्थित रविवार बाजार निवासी आरिफ ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि रईस आलम, उसकी पत्नी फरजाना, बेटे आलम, शाहनवाज और जफर उनके घर आते-जाते थे। इन लोगों ने सचिवालय, लखनऊ में ऊंचे संपर्क होने का दावा करते हुए वीडीओ पद पर सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए रईस आलम ने आरिफ की बात सचिवालय में कार्यरत बताए गए एक व्यक्ति राकेश गिरी से फोन पर भी कराई।
आरोपितों ने नौकरी दिलाने के एवज में दस लाख रुपये की मांग की थी। 30 जून 2023 से 31 दिसंबर 2023 के बीच आरिफ ने रईस आलम और उसके परिवार के खातों में 5.41 लाख रुपये आनलाइन ट्रांसफर किए, जबकि बाकी 4.59 लाख रुपये नकद दिए। आरिफ ने बताया कि 22 फरवरी 2024 को जब वीडीओ भर्ती का परिणाम आया, तो उसका रोल नंबर चयनित उम्मीदवारों की सूची में नहीं था।
जब उसने इस बारे में रईस आलम से बात की, तो उन्होंने उसे एक ज्वॉइनिंग लेटर दिया, जो जांच में फर्जी निकला। इसके बाद जब आरिफ ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी और कहा कि धोखाधड़ी करना ही हमारा पेशा है। सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता ने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।