Kamal Chauhan Murder: कमल की हत्या के बाद इलाके में तनाव, बदले की आग में कहीं हो न जाए गैंगवार!
मुरादाबाद में हिस्ट्रीशीटर कमल चौहान की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया है। समर्थकों में बदले की भावना है जिससे गैंगवार का खतरा मंडरा रहा है। पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी जानकारी जुटा रहे हैं। मुख्य आरोपी सनी फरार है और कमल के गुरु का आपराधिक रिकॉर्ड पुलिस के लिए चिंता का विषय है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। हिस्ट्रीशीटर कमल चौहान की हत्या के बाद इलाके में तनाव गहरा गया है। हत्या के बाद कमल चौहान के समर्थकों और गिरोह के सदस्यों में बदले की भावना तेज हो गई है। पुलिस को अंदेशा है कि हालात और न बिगड़े, इससे पहले ही गैंगवार की स्थिति पैदा हो सकती है। इसी आशंका के चलते पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इसके साथ ही सादा कपड़ों में पुलिसकर्मियों को भी इलाके में भेजा गया है जो आम जनता के बीच रहकर पल-पल की जानकारी जुटा रहे हैं। हत्या के मामले में मुख्य आरोपित सनी फिलहाल फरार है। वहीं, कमल के गुरु का पुराना आपराधिक रिकार्ड पुलिस की चिंता और बढ़ा रहा है। वह कमल को बेहद मानता है, और हत्या के बाद वह कोई बड़ा कदम उठा सकता है।
हत्यारोपी मोनू पाल लड़ चुका है पार्षद का चुनाव
कमल हत्याकांड में शामिल आरोपित मोनू पाल नशे के कारोबार के साथ राजनीतिक पैठ भी बनाना चाहता था। सपा सरकार के दौरान एक विधायक का करीबी रहा है। भाजपा की सरकार बनने के बाद भाजपा नेताओं के संपर्क में आ गया।
मोनू पाल पार्षद का भी चुनाव लड़ चुका है। वह चुनाव में हार गया था। हार के पीछे कमल का भी हाथ मानता था। क्योंकि अलग गुट होने के चलते कमल ने मोनू का चुनाव में साथ नहीं दिया था। ऐसे में उसे लग रहा था कि अगले चुनाव में भी यह नुकसान कर सकता है। इसी के चलते कमल को रास्ते से हटाने के लिए मोनू ने सनी का साथ दिया।
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