लक्ष्य से बेहाल मुरादाबाद मंडल: धान खरीद में रामपुर सबसे ठंडा, बिजनौर-संभल ही क्यों हैं हॉटस्पॉट?
मुरादाबाद मंडल धान खरीद के लक्ष्य से पीछे है। रामपुर में धान की खरीद सबसे कम हुई है, जबकि बिजनौर और संभल हॉटस्पॉट बने हुए हैं। खरीद में कमी के कारणों ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मंडल में खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के अंतर्गत धान खरीद की सबसे सुस्त रफ्तार मुरादाबाद की है। खाद्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल खरीद सिर्फ 52.96 प्रतिशत ही हो पाई है। ताजा आंकड़ों से यह साफ है कि इस बार धान खरीद में रामपुर जिला सबसे अधिक पिछड़ा हुआ है। मुरादाबाद की स्थिति भी खराब है जबकि बिजनौर और संभल ने बेहतर प्रगति दिखाई है।
मंडल के पांचों जिलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 4,57,000 टन धान खरीदने का लक्ष्य मिला था। अभी तक 2,42,033.81 टन धान की ही खरीद हो सकी है, जो मंडल के लिए चिंता का विषय है। धान का उठान, मिल प्रेषण और सीएमआर (कस्टम मिल्ड राइस) जमा तीनों ही निर्धारित मानकों से कम हैं।
धान क्रय केंद्रों से मिलों को 1,59,955.24 टन धान प्रेषित हो सका है। भारतीय खाद्य निगम(एफसीआइ) में मिलों से चावल जमा करने की स्थिति नहीं है। अभी तक 85,203.47 टन चावल ही जमा हो सका है। मंडल के पांच जिलों में मुरादाबाद जिला का लक्ष्य सबसे अधिक 1,03,000 टन है। मगर अब तक केवल 59,362.45 टन धान की ही खरीद हो सकी है, जो कि 57.63 प्रतिशत है।
इसमें से मिलों को धान प्रेषित करने की स्थिति भी ठीक नहीं है। मिलों को धान 45,891.56 टन ही भेजा जा सका है। सीएमआर अभी तक 26,145.97 टन ही जमा किया गया है। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में भी मुरादाबाद का प्रदर्शन कमजोर है। पिछली बार खरीद 54,518 टन थी, लेकिन इस बार लक्ष्य बड़ा होने के बावजूद प्रगति अपेक्षा से कम है।
जनपदवार धान खरीद की स्थिति: कौन आगे, कौन पीछे
| जनपद | लक्ष्य (टन) | तदिदनांक खरीद (टन) | कुल खरीद (टन) | लक्ष्य प्राप्ति (%) | सीएमआर (टन) |
| संभल | 66,000 | 1,582.12 | 41,354.82 | 62.66% | 9,618.93 |
| बिजनौर | 53,000 | 1,528.88 | 33,009.43 | 62.28% | 13,078.37 |
| मुरादाबाद | 1,03,000 | 2,509.50 | 59,362.45 | 57.63% | 26,145.97 |
| अमरोहा | 13,000 | 266.05 | 7,217.90 | 55.52% | 1,275.09 |
| रामपुर | 2,22,000 | 3,701.73 | 1,01,089.21 | 45.54% | 35,085.11 |
यह स्थिति बताती है कि मुरादाबाद और रामपुर दोनों में खरीद की गति स्पष्ट रूप से कमजोर है।
क्रय एजेंसियों का प्रदर्शन में खाद्य विभाग सबसे आगे
मंडल में कुल 263 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद हो रही है। इसमें खाद्य एवं रसद विभाग ने 76.09 प्रतिशत खरीद की है। प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता संघ (पीसीएफ) ने 61.93 प्रतिशत, प्राथमिक कृषि उपभोक्ता समिति (पीसीयू) ने 75.82 प्रतिशत और बहुद्देशीय सहकारी सेवा समिति (एमपीएसएसएस) ने 67.22 प्रतिशत खरीद की है।
पीसीयू और यूपीएसएस के भुगतान की स्थिति ठीक नहीं है। मुरादाबाद में पीसीयू के अबूपुरा खुर्द, पीपली चक, मल्हीपुर महमूदा नगला, सिरसखेड़ा क्रय केंद्रों पर सबसे अधिक शिकायतें हैं। खुद को नोडल अधिकारी का आरएम बताकर एक प्राइवेट व्यक्ति इन केंद्रों की मानीटरिंग कर रहा है।
विभागीय अधिकारियों ने केंद्रों की निगरानी की जिम्मेदारी उसी को दे रखी है। इसके अलावा रामपुर, संभल और अमरोहा के केंद्रों का भी बुरा हाल है। खाद विभाग के मंडी समिति, कांठ, ठाकुरद्वारा मंडी में बने क्रय केंद्रों पर किसानों को टरका दिया जाता है। इससे किसान परेशान होकर भटक रहे हैंं।
धान खरीद की गति बढ़ाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। रामपुर और मुरादाबाद में खरीद की गति बढ़ाने के लिए सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। किसानों की शिकायत आने पर केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
- दुर्गेश प्रसाद, संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी, मुरादाबाद
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