क्या आप मुरादाबाद की दिल्ली रोड से जाने वाले हैं? तो फिर आप पहले पढ़ लीजिए यह खबर
दिल्ली रोड से यात्रा करने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है। यात्रा शुरू करने से पहले इस खबर को पढ़ना आपके लिए आवश्यक है, अन्यथा आपको परेशानी हो स ...और पढ़ें

हाईवे पर लगा जाम
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। सुबह और शाम का घना कोहरा…सामने से आती हेडलाइट्स की धुंधली परछाइयां और अचानक सामने आ जाता है एक अनियंत्रित कट या गोल चक्कर। मुरादाबाद की दिल्ली रोड इनके कारण दुर्घटनाओं का दस्तावेज बनती जा रही है। फव्वारा चौक से लेकर जीरो प्वाइंट पाकबड़ा तक का पूरा कारिडोर कोहरे में ऐसा दिखाई देता है मानो किसी ने जानबूझकर हादसों की श्रृंखला बिछा दी हो। रोज इस मार्ग पर छोटे हादसों से बात मारपीट की नौबत रहती है।
स्मार्ट रोड के नाम पर किए गए प्रयोग, अधूरी व्यवस्थाएं और सिस्टम की लापरवाही ने इस व्यस्त मार्ग को आम जनता के लिए जानलेवा बना दिया है। जागरण टीम ने फव्वारा चौराहे से दिल्ली रोड की हकीकत को परखने के लिए सफर शुरू किया। टीम सम्राट अशोक नगर की ओर जाने वाले मार्ग के सामने पहुंची।
ट्रैफिक संभालने वाला कोई नहीं
यहां जाम ने स्वागत किया। वाहन रेंग रहे थे, हार्न का शोर था और ट्रैफिक संभालने वाला कोई नहीं। कुछ आगे बढ़ते ही दो ऐसे कट मिले, जहां कोहरे में दिशा समझ पाना बेहद मुश्किल था। मझोला चौक के पास स्थिति और भी भयावह दिखी। यहां अचानक कार और बाइक आमने-सामने आ गईं। टक्कर से बाल-बाल बचाव हुआ, लेकिन मामला मारपीट तक पहुंच गया।
मौके पर मौजूद एक होमगार्ड ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया। इसके बाद टीम महाराणा प्रताप चौक पहुंची। मंडी की ओर से आने-जाने वाले दोनों मार्गों पर बने गोल चक्कर को पार करना किसी जुए से कम नहीं था। कोहरे में गोल चक्कर के संकेतक नदारद थे। वाहन अचानक मुड़ते दिखे, जिससे हर पल टक्कर का खतरा बना रहा। आगे गागन तिराहा तक आते-आते कटों की भरमार दिखी।
दिखाई नहीं पड़ता मोड़
कुछ कटों पर पुलिसकर्मी जरूर तैनात थे, लेकिन यातायात की अराजकता इतनी थी कि वाहन चालक आपाधापी में निकलते नजर आए। नियमों का पालन सिर्फ कागजों तक सीमित दिखा। दिल्ली रोड का सबसे जानलेवा कट रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने वाला है। पंप के सामने मुख्य मार्ग निर्माण कार्य के कारण बंद है। इसके चलते वाहन अचानक वैकल्पिक मार्ग से बुद्धि विहार की ओर मुड़ते हैं।
कोहरे में यह मोड़ दिखाई ही नहीं देता। दिल्ली की ओर से तेज रफ्तार में आने वाले भारी वाहन अचानक सामने मुड़ती गाड़ियों से टकराने से बचते नजर आते हैं। यही हाल दूसरी दिशा का भी है। पेट्रोल पंप के बगल से बिजली घर के पीछे होकर जाने वाले मार्ग पर भी न संकेतक हैं, न स्पीड कंट्रोल। यहां हर पल बड़ा हादसा सिर उठाए खड़ा है।
दिनभर जाम, रेंग रेंग कर गुजर रहे वाहन
गागन नदी के पुल पर जाम अब रोजमर्रा की समस्या बन चुका है। जागरण टीम के पहुंचने पर भी यहां लंबा जाम लगा था। देर शाम हालात और बदतर हो गए। वाहन रेंग-रेंगकर निकल रहे थे। अचानक मनोहपुर गांव की ओर से एक चार पहिया वाहन पुल पर आ गया, जबकि शहर की ओर से तेज रफ्तार वाहन आ रहा था। टक्कर होते-होते रह गई।
यह नजारा बताता है कि यहां एक सेकेंड की चूक भी जानलेवा साबित हो सकती है। इसके बाद टीम ने मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) द्वारा स्मार्ट बनाए जा रहे दिल्ली रोड के हिस्से का जायजा लिया। यहां दो बड़े गोल चक्कर बनाए गए हैं। एक ग्रीन आर्चिड के सामने और दूसरा एमडीए कार्यालय के सामने है।
दावे और हकीकत में अंतर
दावा यह है कि आइआइटी रुड़की के इंजीनियरों की सलाह पर गोल चक्करों में बदलाव किए गए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी कहती है। ये गोल चक्कर वाहनों की रफ्तार अचानक कम कर देते हैं। कोहरे में इन पर दृश्यता लगभग शून्य हो जाती है।
मंगलवार को ग्रीन आर्चिड वाले गोल चक्कर पर दिल्ली की ओर से तेज गति में आ रही कार और शहर की ओर से नई मुरादाबाद जाने वाली कार आमने-सामने आ गईं। टक्कर से बाल-बाल बचाव हुआ। एमडीए कार्यालय के सामने वाला गोल चक्कर भी पूरे दिन खतरे का केंद्र बना रहा।
ग्रीन बेल्ट सवालों के घेरे में
दिल्ली रोड की दोनों साइड लोक निर्माण विभाग की छोड़ी गई ग्रीन बेल्ट भी सवालों के घेरे में है। नियमों के अनुसार यहां हरियाली और पौधरोपण होना चाहिए था, लेकिन अधिकांश स्थानों पर न पौधे हैं, न रखरखाव। कई जगहों पर ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण और अव्यवस्थित पार्किंग ने सड़क को और संकरा कर दिया है। इससे जाम और दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ गई है।
सड़क किनारे बने डिवाइडरों पर दिशा सूचक कोहरे में नजर नहीं आते। रात के समय स्ट्रीट लाइट की कमी हालात को और खतरनाक बना देती है। दोपहिया वाहन चालक और पैदल यात्री सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटी-मोटी दुर्घटनाएं अब आम हो गई हैं।
स्थानीय नागरिकों और वाहन चालकों ने प्रशासन, एमडीए और लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि जीरो प्वाइंट से गागन चौराहा तक यातायात व्यवस्था तत्काल दुरुस्त की जाए। संवेदनशील कटों पर पुलिस और ट्रैफिक कर्मियों की स्थायी तैनाती हो। अवैध कटों को बंद कराने के लिए कार्रवाई होनी चाहिए।
गागन नदी के पुल से जीरो प्वाइंट पाकबड़ा तक दिल्ली रोड को स्मार्ट बनाने का काम एमडीए कर रहा है। गोल चक्कर आइआइटी रूड़की के विशेषज्ञों की सलाह के हिसाब से सुधार करके बनवाए हैं। कोहरे में रोड पर हादसे न हों इसके लिए रिफ्लेक्टर लगाए जाने का काम चल रहा है। मौसम खराब होने के कारण कुछ काम बचा है, जल्द ही सड़क पर पट्टी डलवाने का काम भी पूरा करा दिया जाएगा।
- पंकज पांडेय, चीफ इंजीनियर, एमडीए
गागन नदी पर नए पुल का निर्माण चल रहा है। इसलिए वाहनों को एक ही पुल से निकाला जा रहा है। इससे कभी-कभार जाम की समस्या बन जाती है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए वहां अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी है।
- सुभाष चंद्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक, मुरादाबाद
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