Moradabad News: एसडीएम पर उत्पीड़न का आरोप, छुट्टी मंजूर ना होने पर सदर तहसील के बाबू ने खाया जहर
मुरादाबाद में सदर तहसील के एक बाबू कुलदीप वन ने एसडीएम पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जहरीला पदार्थ खा लिया। आरोप है कि एसडीएम राममोहन मीणा ने छुट्टी मंजूर नहीं की जिससे वेतन रुक गया। कर्मचारी संगठन ने एसडीएम पर कर्मचारियों को परेशान करने का आरोप लगाया है। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। एसडीएम सदर कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक एवं कलक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश कोषाध्यक्ष कुलदीप वन ने रात में जहरीला पदार्थ खा लिया। इस बीच कलक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जिला अस्पताल पहुंच गए।
आरोप लगाया कि एसडीएम सदर राममोहन मीणा के उत्पीड़न के चलते कुलदीप यह कदम उठाने को मजदूर हुआ है। एसडीएम पर आरोप के बाद पुलिस-प्रशासन सक्रिय हो गया। रात 11 बजे स्वजन किसी दूसरे अस्पताल में उपचार कराने की बात कहकर उनकी जिला अस्पताल से छुट्टी करा ले गए। देररात तक मामले में कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया था।
बेटे द्वारा जहरीला पदार्थ खाने के बाद रोती मां संभालती महिलाएं। जागरण
कलेक्ट्रेट में है तैनाती
मझोला के शंकर नगर निवासी कुलदीप वन कनिष्ठ लिपिक हैं। उनकी मूल तैनाती कलेक्ट्रेट में है। वर्तमान में सदर तहसील में ड्यूटी चल रही थी। कलेक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष एसके सक्सेना ने बताया कि अप्रैल में कुलदीप की बहन की तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए वह एक से 15 अप्रैल तक छुट्टी लेकर गए थे। फिर जरूरत पड़ने पर 15-30 अप्रैल तक छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया। लिखित प्रार्थना-पत्र देने के साथ एसडीएम को वाट्सएप पर भी प्रार्थना पत्र भेजा। एक मई से ड्यूटी पर वापस आए।
एसडीएम ने स्वीकृत नहीं की छुट्टी
आरोप लगाया कि बावजूद एसडीएम ने कुलदीप की छुट्टी स्वीकृत नहीं की, जिसके चलते उसका ही नहीं कलेक्ट्रेट के 40 अन्य कर्मचारियों का वेतन भी रुक गया। आरोप लगाया कि एसडीएम कर्मचारियों को अनावश्यक परेशान करते हैं। रात तक कार्यालय में कर्मचारियों को रोकते हैं, जिससे आहत होकर ही शुक्रवार रात कुलदीप ने जहरीला पदार्थ खा लिया।
एसके सक्सेना ने बताया कि साथी का उपचार कराया जा रहा है। उनकी हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। शनिवार व रविवार का अवकाश है। कार्यालय खुलने के बाद कमेटी धरने पर बैठेगी और एसडीएम के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेगी।
उपचार के लिए दूसरे अस्पताल लेकर गए
इधर, कुलदीप की स्थिति के बारे में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डा. पवन कुमार ने बताया कि रात 9:20 बजे जिला अस्पताल में उन्हें लाया गया था। अर्जेंट कॉल पर विशेषज्ञ चिकित्सक आ गए थे। प्राथमिक उपचार दिया गया था। इससे उनकी हालत स्थिर हो गई थी। रात 11 बजे स्वजन किसी दूसरे अस्प्ताल में उपचार कराने के लिए कहकर छुट्टी कराकर ले गए।
सीओ कुलदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रकरण में देररात तक कोई शिकायती पत्र नहीं प्राप्त हुआ। शिकायती पत्र मिलने पर जांच कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बिना जानकारी दिए गैरहाजिर रहने पर लिपिक का अवकाश स्वीकृत नहीं किया गया था। इसलिए नियमानुसार उसका वेतन रोका गया था। शेष कर्मचारियों का वेतन जारी करने के निर्देश दिए गए थे। इस बीच लिपिक के यह कदम उठाने की बात सामने आई है। जानकारी पर तत्काल उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। उपचार कराया जा रहा है। - राममोहन मीणा, एसडीएम सदर
सक्पेक्टेड प्वाइजनिंग के कारण लिपिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएमओ और सीएमएस ने प्राथमिक जांच की है। लिपिक की हालत स्थिर है। सैंपल रखा गया है। लिपिक की समस्या को देखकर उसका निवारण किया जाएगा। - अनुज सिंह, डीएम
मालगाड़ी दो हिस्सों में बंटी
रामगंगा पुल और कटघर स्टेशन के बीच में कपलिंग टूटने से मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। इंजन सहित कई वैगन आगे निकल गए और शेष रामगंगा पुल पर खड़े रह गए। गाड़ी बिहार से चलकर मुरादाबाद पहुंच रही थी। जैसे ही गाड़ी कटघर स्टेशन पर पहुंची, तब इस बात की जानकारी हुई।
आनन-फानन में टीमें पहुंचीं। मालगाड़ी पीछे लाई गई और डिब्बों को जोड़ने के बाद आगे रवाना किया गया। समय से कार्य के चलते कोई ट्रेन प्रभावित नहीं रही।
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