UP Hospitals: बच्चा दर्द से कराहता रहा, डॉक्टर ने बिना देखे लिख दिया सीटी स्कैन; ओपीडी में मच गया हंगामा
मुरादाबाद के जिला अस्पताल में एक बच्चे को बिना प्राथमिक उपचार दिए ही सीटी स्कैन लिखने पर हंगामा हो गया। बच्चे के पिता का आरोप है कि सर्जन डॉ. रवींद्र ने बच्चे को देखा तक नहीं और सीधे सीटी स्कैन लिख दिया। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद बच्चे को उपचार मिला। डॉक्टर ने आरोपों को नकारा है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। ओपीडी में डाक्टरों की मनमानी नहीं रुक रही है। गुरुवार के दर्द से तड़प रहे बच्चे को लेकर स्वजन ओपीडी में पहुंचे तो सर्जन डा रविन्द्र ने बिना देखे ही सीटी स्कैन लिख दिया।
जबकि पहले बच्चे के दर्द को कम करने के लिए इंजेकशन लगाना चाहिए था या फिर कोई दर्द निवारक दवा देनी थी। लेकिन, उन्होंने दर्द से तड़पते बच्चे को दवा लिखने के बजाय सीटी स्कैन लिख दिया। इससे स्वजन ने हंगामा कर दिया। ओपीडी में भीड़ जुट गई। लोगों ने समझाकर शांत किया।
अगवानपुर निवासी मसरूफ अपनी पत्नी और दस महीने के बच्चों के साथ बाइक पर सवार सुबह शहर निजी काम से आ रहे थे। इसी दौरान सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में मधुबनी के पास बाइक के सामने अचानक कार आ गई।
मसरूफ ने ब्रेक लगा दिए। जिसमें पत्नी और बच्चा नीचे गिर गया। जिसमें बच्चा के चोट आई। पिता अनन फानन में बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। उन्होंने बताया कि सर्जन डा रविन्द्र ने बच्चों को प्राथमिक इलाज दिए सीटी स्कैन लिख दिया।
जिसमें पिता ने उनसे प्राथमिक उपचार देने की बात कहीं। तो चिकित्सक ने बात को टाल दिया। जिसमें पिता ने मौके पर हंगामा कर दिया। करीब एक घंटे हंगामा चला। इसके बाद पिता ने सीएमओ से मामले में शिकायत की।
तब जाकर बच्चे को प्राथमिक उपचार मिला और सीटी स्कैन भी हुआ। मसरूफ ने बताया कि चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ निजी कामों में लगे थे। उनसे कई बार प्राथमिक उपचार देने का आग्रह किया। लेकिन, उन्होंने मेरी एक न सुनी।
बच्चों के इलाज को प्राथमिकता दी गई है। मेरे साथ साथ खुद सीएमएस ने बच्चों की जांच की। बच्चा का सीटी स्कैन कराया गया। जिसमें सबकुछ ठीक आया है। दवाएं भी दे दी गई है। बच्चे के पिता ने बार्ड वाय की माता को धक्का दिया था। जिसमें उन दोनों के बीच हंगामा हुआ। -डा रविन्द्र कुमार, सर्जन जिला अस्पताल
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