गुलाम साबिर हत्याकांड में प्रधान के दो पुत्रों ने किया आत्मसमर्पण, काफी समय से चल रहे थे फरार
गांव गोपीवाला की ग्राम प्रधान और उनके मुकाबले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले गुलाम मुहम्मद के भाई गुलाम साबिर के बीच नोकझोंक हो गई थी। 26 अप्रैल को गुलाम साबिर को लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया था।
मुरादााबाद, जागरण संवाददाता। कोतवाली ठाकुरद्वारा क्षेत्र के गोपीवाला गांव में पंचायत चुनाव के दौरान हुए गुलाम साबिर हत्याकांड में कुर्की होने के डर से प्रधान के दो पुत्रों ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। गांव गोपीवाला की ग्राम प्रधान और उनके मुकाबले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ने वाले गुलाम मुहम्मद के भाई गुलाम साबिर के बीच नोकझोंक हो गई थी। इस दौरान जाकिर हुसैन के साथ भाई नाजिर, शाकिर हुसैन, बेटों और समर्थकों ने पंचायत चुनाव में मतदान के दौरान 26 अप्रैल को गुलाम साबिर को लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया था। गंभीर घायल गुलाम साबिर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने हमलवारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन, अभियुक्त घटना के बाद फरार हो गए थे।
अभियुक्तों के फरार हो जाने पर न्यायालय ने अभियुक्तों की कुर्की के आदेश जारी कर दिए थे। गुरुवार को प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने गांव में फ्लैग मार्च कर मुनादी कराई कि 15 दिन के भीतर अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो उनकी पूरी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। इसके बाद शनिवार को प्रधान के हत्यारोपित पुत्र मोहसिन और शोएब ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। अब कोतवाली पुलिस अभियुक्तों को रिमांड पर लेने के प्रयास कर रही है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि अभियुक्ताें को रिमांड पर लेकर हत्या के संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी। मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही आरोपित फरार चल रहे थे।
यह भी पढ़ें :-
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।