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    यूपी के इस ज‍िले में सूरज न‍िकलने से पहले ही बि‍कने लगती है शराब, सुबह-सुबह खरीदने पहुंच जाते हैं लोग

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 02:00 PM (IST)

    मुरादाबाद में शराब की दुकानों पर तय समय से पहले ही अवैध कारोबार शुरू हो जाता है। पंजाब और हरियाणा से तस्करी कर लाई गई शराब भी बेची जा रही है जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। दिल्ली रोड पर यह अवैध शराब आसानी से उपलब्ध है जहाँ सेल्समैन मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। प्रशासन ने कार्रवाई की बात कही है।

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    शहर में भोर होते ही खुल जाती है गुप्त शराब मंडी।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। शराब की दुकानों का आधिकारिक समय सुबह 10 बजे खुलने का है, लेकिन मुरादाबाद में कई ठेकों पर सूरज निकलने से पहले ही गुप्त कारोबार शुरू हो जाता है। यहां न केवल यूपी की निर्धारित दर वाली शराब बिक रही है, बल्कि पंजाब और हरियाणा से चोरी-छिपे मंगाई गई बोतलें भी ग्राहकों तक पहुंच रही हैं।

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    कम दाम और ब्रांड के लालच में लोग चोरी से यह शराब खरीदकर सेल्समैन मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। बाहर से शराब आने का सबसे बड़ा नुकसान प्रदेश सरकार को हो रहा है। वैध बिक्री से मिलने वाला टैक्स सीधे खजाने में जाता है, लेकिन बाहर की शराब के चलते यह राजस्व घट रहा है।

    प्रतिदिन दिन पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों ट्रक और डीसीएम माल लेकर मुरादाबाद पहुंचते हैं। इन्हीं वाहनों में छिपाकर शराब भी लाई जा रही है। ट्रक ड्राइवरों के लिए एक-दो पेटी उतारना आसान हो जाता है। यही बोतलें सीधे ठेकों पर पहुंचाई जाती हैं। खासकर दिल्ली रोड स्थित शराब की दुकानों पर बाहर की यह खेप आसानी से मिल रही है। गुरुवार को पकड़े गए तीन सेल्समैनों के पास रायल स्टैग कंपनी की शराब की पेटियां बरामद हुईं।

    पंजाब में यह बोतल करीब 300 रुपये में बिकती है जबकि मुरादाबाद में बोतल 500 रुपये में बेची जा रही थी। इस तरह हर बोतल पर 200 रुपये का अतिरिक्त मुनाफा सेल्समैन की जेब में जा रहा था। यही वजह है कि बाहर से लाई गई शराब का कारोबार तेजी पकड़ रहा है।

    स्थानीय लोगों का कहना है कि कई ठेकों पर सुबह चार-पांच बजे से ही हलचल शुरू हो जाती है। दुकान आधिकारिक समय पर बंद रहती है, लेकिन अंदर और बाहर खड़े होकर सेल्समैन चोरी-छिपे शराब बेचते हैं। कुछ ग्राहक नियमित रूप से तय समय से पहले ही पहुंचकर बोतल ले जाते हैं।

    ग्राहकों का कहना है कि दूसरे राज्यों की शराब न केवल सस्ती मिलती है बल्कि स्वाद में भी थोड़ी अलग होती है। यही वजह है कि लोग जोखिम उठाकर भी इसे खरीदने से पीछे नहीं हटते। मुहल्ले के कुछ लोग इसे खुलेआम नशे को बढ़ावा देने वाली प्रवृत्ति बता रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन जानता है, फिर भी ढील दी जा रही है।

    तीनों सेल्समैन लंबे समय से पंजाब की शराब बेच रहे थे। ये लोग ट्रक और डीसीएम से पेटियां मंगाकर दुकानों में रख लेते थे और सुबह के समय बेचते थे। अन्य दुकानों की भी जांच कराई जाएगी। अगर कोई और दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।- कुमार रणविजय सिंह, एसपी सिटी, मुरादाबाद