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    GJU: परीक्षा फॉर्म की डेट बढ़ी, लेकिन नकल करने वालों के लिए विश्वविद्यालय ने बुना 'डिजिटल जाल'

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 11:22 PM (IST)

    मुरादाबाद में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। इसके साथ ही, गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं में नक ...और पढ़ें

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    गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा फार्म भरने की तिथि 26 दिसंबर तक बढ़ा दी है। पहले यह तिथि 23 दिसंबर तय थी। अब भी यदि तीन दिनों के भीतर परीक्षा फार्म नहीं भरा गया तो छात्रों को जुर्माने के साथ विश्वविद्यालय का परीक्षा फार्म भरना होगा।

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    23 दिसंबर तक 70 प्रतिशत परीक्षा फार्म भरे जा चुके हैं। कारण, 16 दिसंबर से परीक्षा फार्म भरने की तिथि निर्धारित की थी। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के देरी से जानकारी व समर्थ पोर्टल पर फार्म भरने की लंबी प्रक्रिया, फार्म भरने में कम समय मिलने व साइबर कैफे पर भीड़ के चलते अभी सभी के परीक्षा फार्म नहीं भर पाए हैं।

    विश्वविद्यालय की परीक्षाएं पांच जनवरी से शुरू होने की संभावना है और इन्हें जनवरी में ही समाप्त कराने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि अगले सेमेस्टर की पढ़ाई समय पर शुरू हो सके। इसके अलावा परीक्षा केंद्र निर्धारण और परीक्षा कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर बैठक भी बुलाई गई है।

    नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए इस बार कड़े और तकनीकी इंतजाम करने जा रहा है। मंगलवार को प्रेसवार्ता में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सचिन माहेश्वरी ने बताया कि परीक्षा फार्म भरने के लिए 26 दिसंबर तक का एक और मौका दिया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी भी तेज हो गई है।

    प्रश्नपत्र ले जाने वाली गाड़ियां ऐसी हायर की जाएंगी, जिसमें जीपीएस लगा होगा। जिससे गाड़ी प्रश्न पत्र लेकर जहां तक जाएगी उसकी लोकेशन की स्थिति परीक्षा की शुचिता बनाए रखने को जीपीएस वाली गाड़ियों को देखा जा रहा है। कक्षाओं में सीसीटीवी के साथ वायस रिकार्डर भी होंगे।

    गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार परीक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव कर रहा है। कुलपति ने बताया कि नकल और पेपर लीक की किसी भी संभावना को खत्म करने के लिए प्रश्नपत्रों को कालेजों में रखने के बजाय बैंकों के लाकर में रखने की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में एक बड़े बैंक की ओर से स्वत: ही आफर आया है।

    उन्होंने प्रश्न पत्र रखने की पर्याप्त व्यवस्था का आश्वासन दिया है। इसके लिए बैंक अधिकारियों से बातचीत चल रही है। प्रश्नपत्र वितरण के दौरान भी विशेष सतर्कता बरती जाएगी। पेपर ले जाने वाली गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

    कक्षाओं में लगेंगे वायस रिकार्डर

    परीक्षा केंद्रों पर कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे पहले से अनिवार्य होंगे, साथ ही इस बार वायस रिकार्डर भी लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी तरह की अनुचित बातचीत या नकल की कोशिश को पकड़ा जा सके। निजी कालेजों में विश्वविद्यालय की ओर से अशासकीय सहायता प्राप्त पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय स्वयं यह तय करेगा कि निजी कालेजों को परीक्षा केंद्र बनाया जाए या नहीं।

    नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुलपति, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी भी परीक्षा के दौरान औचक निरीक्षण करेंगे। यदि किसी कक्षा में एक जैसी उत्तरपुस्तिकाएं पाई गईं तो संबंधित कक्ष निरीक्षक को डिबार कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय का स्पष्ट संदेश है कि नकल को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    कुलपति का कहना है कि वर्तमान शिक्षा सत्र 2025-26 की परीक्षाएं समय से पूरी करना जरूरी है, ताकि सत्र 2026-27 को भी निर्धारित समय पर पूरा किया जा सके। इसी उद्देश्य से परीक्षाओं को कम से कम समय में संपन्न कराने की योजना बनाई गई।

     

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