GST चोरी का खेल राजफाश, लखनऊ में दर्ज हुई एफआईआर
मुरादाबाद में जीएसटी चोरी का मामला लखनऊ पहुंच गया है, जिसके चलते राजधानी में एफआईआर दर्ज की गई है। इस चोरी के खेल का पर्दाफाश हुआ है और आगे की कार्रवाई जारी है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। दो लोहे से भरे ट्रक पकड़े जाने के बाद मुरादाबाद में शुरू हुई एक जांच ने टैक्स चोर के दिल्ली से लेकर श्रीनगर और भोपाल तक फैले सिंडिकेट का राजफाश किया है। ये ट्रक कथित रूप से एक व्यापारी के नाम पर चल रहे थे, लेकिन जब दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि जिस फर्म के नाम से माल भेजा जा रहा था, उसके दो मोबाइल नंबरों पर अलग-अलग नाम से देशभर में लगभग 122 जीएसटी पंजीकरण हैं।
टीम अब इस पूरे सिंडीकेट के लेनदेन, ट्रांसपोर्ट चैनल और बैंकिंग रिकॉर्ड की जांच कर रही है। पंजीयन में सभी पर अंकित नामक शख्स ने खुद को प्रवीण श्रीवास्तव का किराएदार दिखा रखा था। पंजीकरण के लिए राजाजीपुरम निवासी प्रवीण का ही किराएदार दिखाकर बिजली बिल लगाया गया था। इसमें प्रवीण श्रीवास्तव ने राजाजी पुरम स्थित पटेल नगर थाने में ई-एफआइआर दर्ज कराई है।
अपर आयुक्त ग्रेड वन मुरादाबाद अशोक कुमार सिंह के अनुसार, यह काफी बड़ा टैक्स फर्जीवाड़ा प्रतीत हो रहा है। 24 अक्टूबर की देर रात मुरादाबाद से मुजफ्फरनगर भेजे गए दो लोहे के स्क्रैप से भरे ट्रक राज्य कर विभाग ने पकड़े थे। अंकित कुमार के नाम पर एके इंटरप्राइजेस नाम से फर्म के नाम पर दर्ज मोबाइल नंबर काल करने पर स्विच ऑफ मिले। ट्रक कब्जे में लेकर विभागीय पोर्टल पर फर्म तलाशी तो एक ही मोबाइल नंबर पर अलग-अलग फर्म व नाम से उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि दिल्ली, भोपाल, श्रीनगर, यमुनानगर, रोहतक, ग्रेटर नोएडा, रांची, इंदौर और छत्रपति शिवाजी नगर जैसे 60 प्रमुख शहरों में फर्म पंजीकृत दिखीं।
यह भी पढ़ें- योगी सरकार ने IAS गुलाब चंद्र का किया तबादला, इस महिला अधिकारी को सौंपी मुरादाबाद ADM प्रशासन की जिम्मेदारी
सभी पर अंकित नामक शख्स ने खुद को प्रवीण श्रीवास्तव का किराएदार दिखा रखा था। पंजीकरण के लिए राजाजीपुरम निवासी प्रवीण का ही किराएदार दिखाकर बिजली बिल लगाया गया था। प्रवीण श्रीवास्तव ने फोन किया तो उन्होंने किसी फर्म या किसी अंकित कुमार नाम के किराएदार को जानने से इन्कार कर दिया। साफ हो गया कि इस पते का इस्तेमाल फर्जी तरीके से जीएसटी पंजीकरण के लिए किया गया।
अपर आयुक्त ग्रेड वन अशोक कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ में प्रवीण श्रीवास्तव द्वारा ई-एफआइआर की कराने की बात पता चली है। उसके पते फर्जी तरीके से बिजली का बिल लगाकर लगाया गया है। वहीं मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। गुरुवार शाम तक एफआइआर हो जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।