मुरादाबाद में गैंगेस्टर के आरोपित को फर्जी दस्तावेजों से दिला दी जमानत, छह पर मुकदमा दर्ज
गैंगेस्टर के आरोपित को जमानत दिलाने के दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेज लगा दिए। इन दस्तावेजों के आधार पर गैंगेस्टर को कोर्ट से जमानत भी मिल गई। भगतपुर थाने से जब जांच कराई गई तो पता चला कि दस्तावेजों के सत्यापन से संबंधित कोई एंट्री थाने में नहीं मिली।
मुरादाबाद, जेएनएन। गैंगेस्टर के आरोपित को जमानत दिलाने के दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेज लगा दिए। इन दस्तावेजों के आधार पर गैंगेस्टर को कोर्ट से जमानत भी मिल गई। लेकिन जब विवेचक ने जमानत लेने वालों का सत्यापन किया तो दस्तावेज में दी गई जानकारी फर्जी मिली। मामले की जानकारी होने पर एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में छह आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें पांच आरोपित नामजद है।
कुंदरकी थाना क्षेत्र के मुहल्ला सादात पश्चिमी निवासी बिलाल के खिलाफ मैनाठेर थाने में गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मुकदमे की विवेचना बिलारी थाना पुलिस कर रही थी। आरोपित बिलाल को एडीजे पांच की कोर्ट से एक लाख रुपये के बांड पर भगतपुर के मानपुर गांव निवासी नबीजान के साथ ही नवाबजान के नाम पर जमानत के दस्तावेज कोर्ट में दाखिल किए गए थे। इसके साथ ही गोवध अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमे में आरोपित बिलाल को 13 फरवरी 2020 को असलम और मेहरूल निशा को जमानतगीर बनाकर एसीजेएम तृतीय की कोर्ट से जमानत मिली थी। जब बिलारी पुलिस ने कोर्ट में दाखिल बिलाल के जमानतियों के दस्तावेजों की जांच शुरू की तो पता चला कि उनका सत्यापन भगतपुर थाने से नहीं हुआ। जबकि कोर्ट में जमा किए गए दस्तावेज में थाने का सत्यापन दिखाया गया है। जिस दारोगा के नाम से दस्तावेजों का सत्यापन किया गया, उस नाम का दारोगा कभी भगतपुर थाने पर तैनात ही नहीं रहा। वहीं भगतपुर थाने से जब इस मामले की जांच कराई गई तो पता चला कि जमानती दस्तावेजों के सत्यापन से संबंधित कोई एंट्री थाने में नहीं मिली। गैंगेस्टर का आरोपित बिलाल ने अपने पैरोकार के माध्यम से फर्जी दस्तावेज तैयार करके कोर्ट से जमानत ले ली है। सिविल लाइंस थाने के अपराध निरीक्षक गजेंद्र त्यागी ने बताया कि इस मामले में कुंदरकी निवासी आरोपित बिलाल और मानपुर भगतपुर निवासी आरोपित नबीजान, नवाबजान, असलम, मेहरूल निशा के साथ ही एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।