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    Flood in Moradabad : हाईवे पर पहुंचा कोसी नदी का पानी, सात घंटे से आवागमन बंद, यहां देखें तस्‍वीरें

    By Narendra KumarEdited By:
    Updated: Wed, 20 Oct 2021 10:23 AM (IST)

    Flood in Moradabad ज‍िले में रामगंगा और कोसी नदी के बढ़ते जलस्‍तर ने इस बार र‍िकॉर्ड तोड़ द‍िए हैं। पहली बार नदी का पानी दिल्ली-बरेली-मुरादाबाद हाईवे पर पहुंच गया। कई वाहन पानी में ही फंस गए। रूट डायवर्जन के जर‍िए वाहनों को न‍िकाला गया।

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    हाईवे पर कई फीट तक पानी भी चुका है।

    मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Flood in Moradabad : ज‍िले में रामगंगा और कोसी नदी में उफान है। इससे दिल्ली-बरेली-मुरादाबाद हाईवे पर पानी पहुंच गया है। कई फीट तक पानी भरने से हाईवे पर कई वाहन फंस गए हैं। नदी का पानी सड़क पर आ जाने के कारण बुधवार की तड़के अचानक जाम  लग गया। मूढापांडे थाना प्रभारी संजय पांचाल ने बताया कि हाईवे पर आवागमन बंद हो गया है। सात घंटे से यह मार्ग बंद है। यह पहली बार है जब नदी का पानी हाईवे पर पहुंचा है। रूट डायवर्जन कर वाहनों को गुजारा जा रहा है। 

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    हाईवे के पूरी तरह से पानी की जद में आने के कारण कई वाहन बुरी तरह फंस गए हैं। अचानक से हाईवे पर आए पानी से वाहन तहां-जहां खड़े होने लगे हैं। हालांक‍ि कुछ ने ह‍िम्‍मत द‍िखाकर वाहन को आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन पानी ज्‍यादा होने से वे भी आगे जाकर फंस गए। 

    मंदिर भी डूब गए : बाढ़ के पानी के कारण आधे से ज्‍यादा मंदिर डूब गया। इससे भक्‍तों और पुजार‍ियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर नदी के इस रूप को देखकर लोग सहम गए हैं। पर‍िसर तक मंदिर के अंदर भी कई फीट तक पानी भर चुका है। नदी क‍िनारे के कई अन्‍य मंद‍िरों के भी ऐसे ही हालात हैं।

    हाईवे पर पहुंचे अधिकारी : बाढ़ का पानी हाईवे पर आने के कारण पूरे ज‍िले में हलचल मच गई है। पुलिस और प्रशासिनक अमला भी अलर्ट मोड पर आ चुका है। यही वजह रही है क‍ि सुबह ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके का जायजा लेने के ल‍िए पहुंच गए। हालांकि अभी हालात सामान्‍य होने में वक्‍त लग सकता है।

    गांव में भी पहुंचा बाढ़ का पानी : बाढ़ का पानी केवल हाईवे ही नहीं बल्कि कई गांवों में पहुंच चुका है। मूढापांडे के बिसहत जैतपुर गांव में ऐसा ही नजारा देखने को म‍िला। ज‍िनके मकान सड़क से नीचे हैं उनके घरों में भी पानी घुस चुका है। कई गांवों के लोग भयभीत नजर आ रहे हैं।

    वाहनों को न‍िकालने की कोशिश फेल : बाढ़ के पानी में कई छोटे से बड़े वाहन फंस गए। कई तो पलटने से भी बचे। चालकों ने इन्‍हें न‍िकालने की पूरी कोशिश की लेकिन उनका हर प्रयास व‍िफल रहा। हाईवे पर वाहनों के फंसने से जाम लग गया। कुछ वाहनों को धक्‍का देकर क‍िनारे पर ले जाया गया। 

    गंगा में छोड़ा एक लाख 20 हजार क्यूसेक पानी, छह जिलों में अलर्ट : अमरोहा में मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ी जलाशय भी उफना गए हैं। ऐसी स्थिति में गंगा समेत अन्य नदियों में भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में बिजनौर बैराज से तिगरी गंगा में एक लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ऐसे में तिगरी गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी हो गई है। उधर उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में स्थित कालागढ़ डैम फुल होने की वजह से वहां के अधीक्षण अभियंता द्वारा गंगा किनारे पर बसे जनपद अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर व फर्रुखाबाद में अलर्ट जारी करते हुए बाढ़ के बचाव वाले इंतजाम जुटाने की बात कही है। बाढ़ खंड विभाग के जेई अनवर खान ने बताया कि तिगरी गंगा का जलस्तर बन सकता है क्योंकि बिजनौर बैराज से एक लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।