मुरादाबाद में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर की नारेबाजी, अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर बरसाए फूल
Railway track jam in Moradabad तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक को रोकने की कोशिश की गई। कुछ देर तक किसान ट्रैक पर बैठे भी लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया गया।

मुरादाबाद, जेएनएन। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर मुरादाबाद में दो स्थानों पर रेलवे ट्रैक को रोकने की तैयारी की थी। जिलेे केे बिलारी के राजा का सहसपुर रेलवे स्टेशन पर दोपहर 12:40 पर भाकियू कार्यकर्ता पहुंच गए और ट्रैक पर धरना दे दिया। सूचना मिलते ही एसडीएम, कोतवाली प्रभारी पहुंच गए। उन्होंंने किसानों को ट्रैक से हटाया और उनका ज्ञापन लिया। इस दौरान किसानों ने कुल 10 मिनट तक रेलवे ट्रैक पर बैठकर नारेबाजी की। हालांकि इस दौरान कोई ट्रेन नहीं गुजरी।
बिलारी में भाकियू नेताओं को प्रशासन ने रोका
बिलारी में भाकियू टिकैत द्वारा दोपहर 12:00 से शाम 4:00 बजे तक रेल रोको आंदोलन घोषित किया गया था। इसे लेकर कार्यकर्ता सुबह की तैयारियों में जुट गए और घर से निकलने की तैयारी में थे, इस बीच पुलिस और प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी। एसडीएम प्रशांत तिवारी, कोतवाली प्रभारी मदन मोहन चतुर्वेदी बिलारी सिरसी मार्ग पर टांडा अमरपुर गांव के मोड़ पर पहुंच गए। यहां तहसील अध्यक्ष रनवीर सिंह यादव, जिला प्रवक्ता जयवीर सिंह के साथ अन्य किसान एकत्र हो रहे थे। इस पर प्रशासन ने इनको वहीं रोक लिया और कहा कि हम आपका ज्ञापन यहीं ले लेंगे।
आरपीएफ और जीआरपी अलर्ट
आरपीएफ और जीआरपी अलर्ट रही। मुरादाबाद के मूंढापांडे में भाकियू के ब्लॉक अध्यक्ष धर्मेश कुमार की अगुवाई में ट्रेन रोकने की तैयारी थी लेकिन इसमें पूरी सफलता नहीं मिल पाई। भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि 19 फरवरी के बाद दिल्ली के बार्डरों पर किसानों की भीड़ बढ़ेगी। दो किसानों के ट्रैक्टर बार्डर से घर जाएंगे तो चार आएंगे। सरकार से आरपार की ल़ड़ाई होगी। यह लड़ाई लंबी है। कानून वापसी के बाद ही हमारी बा़र्डर से घर वापसी होगी।
रामपुर में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर दिया धरना
रामपुर में कृषि कानूनों के विरोध में किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर गुरुवार को जिले में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। रामपुर रेलवे स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान दोपहर एक बजे पहुंच गए। उनका कार्यक्रम ट्रेन रोकने और यात्रियों पर फूल बरसाने का था, लेकिन तब किसी ट्रेन के आने का समय नहीं था। इस पर किसान रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में अपने साथ लाए फूल वहां मौजूद अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर बरसा दिए। इसके बाद ट्रैक से उठे और कुछ देर प्लेटफार्म पर धरना दिया। आधे घंटे तक चले धरने के बाद नगर मजिस्ट्रेट रामजी मिश्र और सीओ सिटी विद्या किशोर को ज्ञापन सौंपा।
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