कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद ट्रेन में 1951 यात्री बिना टिकट सफर करते मिले, रेलवे ने साढ़े नौ लाख रुपये वसूला जुर्माना
मंडल रेल प्रशासन ने पांच फरवरी से 27 फरवरी तक मंडल भर में विशेष चेकिंग अभियान चलाया था। चेकिंग के दौरान 1951 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। सभी यात्री लम्बी दूरी के थे। जिसमें अधिकांश यात्री दिल्ली से बिहार पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाले थे।
मुरादाबाद, जेेएनएन। रेल प्रशासन ने कोरोना चलते ट्रेन में सफर करने के लिए काफी कड़े नियम कर दिए हैं लेकिन लोग हैं कि अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रतिबंध के बाद भी यात्री बिना टिकट ट्रेनों में सफर कर रहे है। रेलवे ने ये जानने के लिए अभियान चलाया कि अब कोई बिना टिकट के तो यात्रा नहीं कर रहा है तो पता चला कि अभियान के दौरान 1951 यात्री बिना टिकट के ही यात्रा कर रहे हैं। जब इनसे पूछा गया तो ज्यादातर ने कन्फर्म टिकट न होने का बहाना बताया।
पहली जून से चलने वाली सभी ट्रेनों में कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को सफर करने की अनुमति है। इसलिए प्लेटफार्म पर आने से पहले ही टीटीई द्वारा टिकट की चेकिंग की जाती है। हालांकि हाल के दिन में चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों में जरनल टिकट लेकर चलने की अनुमति है। रेलवे प्रशासन को लगातार सूचना मिल रही थी कि एक्सप्रेस ट्रेनों में बिना टिकट यात्री सफर कर रहे हैं। मंडल रेल प्रशासन ने पांच फरवरी से 27 फरवरी तक मंडल भर में विशेष चेकिंग अभियान चलाया था। चेकिंग के दौरान 1951 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। सभी यात्री लम्बी दूरी के थे। जिसमें अधिकांश यात्री दिल्ली से बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाले थे। रेलवे ने इन यात्रियों से 9 लाख 43250 रुपये का जुर्माना वसूल किया है। पकड़े गए सभी यात्री स्लीपर क्लास में सफर कर रहे थे। जनरल क्लास में सभी यात्री कंफर्म टिकट लेकर सफर कर रहे थे। पूछताछ करने पर यात्रियों ने कहा कि विशेष काम से जाना जरूरी है, कम ट्रेनें चल रही है, किसी ट्रेन में कंफर्म बर्थ नहीं मिल रहा था, इसलिए बिना टिकट ट्रेन में सवार हो गए हैं। यात्रियों ने बताया कि प्लेटफार्म पर मुख्य गेट के बजाय गार्ड होकर प्लेटफार्म पहुंच जाते हैं।सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि विशेष अभियान चलाकर ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करते 1951 बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया है। सभी से जुर्माना लेकर छोड़ दिया है।