Great donor of Moradabad: पुरानी स्कूटी पर चलता है अरबों की संपत्ति दान करने वाला 'महादानी'
Great donor of Moradabad गोयल के परिवार के पास लगभग 225 से ऊपर स्कूल थे। कोरोना काल में गरीबोंं के लिए मदद के चलते इसमें से कुछ स्कूल बंद हो गए। वर्तमान में भी लगभग 150 स्कूल चल रहे हैं। उनका वृद्ध महिलाओं की सेवा का प्रक्रम भी भिन्न है।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अरबों रुपये की संपत्ति दान करने वाले समाजसेवी अरविंद गोयल पुरानी स्कूटी पर अक्सर सेवा कार्यों के लिए चलते दिख जाते हैं। मुरादाबाद में वह अक्सर समाजसेवा के कार्योें में दिखाई देते हैं। वह जिस तरह लोगोंं के बीच सेवाकार्य करते हैं, लोग उस मदद को जादू की तरह मानते हैं। अपने दान-पुण्य के कार्यों के चलते अरविंद गोयल की पहचान महादानी के रूप में बन गई है।
गोयल के परिवार के पास लगभग 225 से ऊपर स्कूल थे। कोरोना काल में गरीबोंं के लिए मदद के चलते इसमें से कुछ स्कूल बंद हो गए। वर्तमान में भी लगभग 150 स्कूल चल रहे हैं। उनका वृद्ध महिलाओं की सेवा का प्रक्रम भी अपनी तरह का है। इसमें मां और बेटे के संबंध हैं। आश्रम में रहने वाली महिलाओं की वह मां की तरह सेवा करते हैं, वह सभी माताएं उन्हें अपना बेटा मानती हैं। जब भी वह आश्रम पहुंचते हैं तो उनके बीच की आत्मीयता देखकर उन बेटों के भी दिल पसीज जाएं, जिन्होंने अपने माता-पिता को आश्रम में रहने के लिए मजबूर कर दिया है। रास्ते में उन्हें गरीबों के साथ ही अगर कोई जरूरतमंद मिल जाता तो उसे भी दिल खोलकर मदद करते हैं। अमीर से लेकर गरीब की जुबान पर उनकी सेवाओं की किस्से सुनने को मिल जाएंगे। शहर के भीड़ भरे बाजार में तो कभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में पहुंचकर जरूरतमंद और गरीबों की समस्या सुनकर निस्तारण करते हुए हुए डा. अरविंद गोयल दिखाई दे जाते हैं।
अमिताभ और सचिन ने किया सम्मानित: महादानी के नाम से एक ही दिन में पहचान बना चुके अरविंद गोयल की सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान के साथ ही सचिन तेंदुलकर ने भी कई बार सराहना की है। उन्हें सम्मानित किया है। थाईलैंड के राष्ट्राध्यक्ष ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक का सम्मान दिया। अलग-अलग क्षेत्रों से सम्मान के प्राप्त करने के बाद उनकी सेवा की भावना और मजबूत हो गई। उनके कार्यों को देखते हुए शहर के युवा उन्हें अपना रोल माडल मानते हैं। समाजसेवी अरविंद गोयल पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के रिश्ते में साले लगते हैं। चंद्रा मूल रूप से पड़ोसी संभल जिले के चंदौसी के रहने वाले हैं।
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