Moradabad News: महिला शिक्षक की मौत का डीजीपी ने लिया संज्ञान तो अफसरों पर हुई कार्रवाई, सीओ व अपराध निरीक्षक हटे
Jayshree Yadavs death case एंबुलेंस में वेंटीलेटर पर लेटीं जयश्री यादव को लेकर स्वजन ने एसएसपी आवास पहुंचे और मझोला थाना पुलिस पर रिपोर्ट नहीं लिखने का आरोप लगाया था। दिल्ली ले जाते समय महिला शिक्षक की अमरोहा में मौत हो गई थी। इस प्रकरण का डीजीपी ने संज्ञान लिया था।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Jayshree Yadav's death case: रक्षाबंधन पर सड़क दुर्घटना में घायल महिला के स्वजन की तहरीर पर मुकदमा लिखने के बजाय मनमाने तरीके से समझाैता कराने वाले पुलिस कर्मियों पर एडीजी जोन ने कार्रवाई की है। सीओ सिविल लाइंस को एसएसपी कार्यालय से संबद्ध करने के साथ ही ठाकुरद्वारा थाना प्रभारी का स्थानांतरण बिजनौर किया गया है। इसके साथ अन्य प्रकरण में भी कार्रवाई की गई है।
रक्षाबंधन पर अमरोहा से प्रधानाचार्य की बाइक पर बैठकर शिक्षक जयश्री यादव मुरादाबाद आ रही थीं। दिल्ली रोड पर बाइक को कार ने टक्कर मार दी थी। उपचार के दौरान हालत गंभीर होने पर 17 अगस्त को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। एंबुलेंस में वेंटीलेटर पर लेटीं जयश्री यादव को लेकर स्वजन ने एसएसपी आवास पहुंचे और मझोला थाना पुलिस पर रिपोर्ट नहीं लिखने का आरोप लगाया था।
दिल्ली ले जाते समय महिला शिक्षक की अमरोहा में मौत हो गई थी। इस प्रकरण का डीजीपी कार्यालय ने संज्ञान लिया था। सोमवार को एडीजी जोन बरेली राज कुमार ने मझोला थाने में तैनात रहे अपराध निरीक्षक अभयराज सिंह का स्थानांतरण बिजनौर कर दिया। इस घटना के दो दिन बाद ही उन्हें ठाकुरद्वारा का थाना प्रभारी बनाकर भेजा गया था।
सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी को हटाकर एसएसपी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। एडीजी ने भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लेते हुए तीन दिन पहले ही मुगलपुरा थाना प्रभारी बनाए गए नीरज धामा का भी प्रशासनिक आधार पर पीलीभीत स्थानांतरण किया है। वह एसएसपी के पीआरओ के तौर पर कार्य कर रहे थे।
रविवार रात से शासन स्तर से अलग-अलग मामलों को लेकर डीजीपी कार्यालय से रिपोर्ट मांगी गई थी। डीआइजी शलभ माथुर ने एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया को जांच सौंपी थी। जांच में मझोला थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए अपराध निरीक्षक अभयराज सिंह के द्वारा मामले को देखे जाने की जानकारी दी थी।
शिक्षिका के स्वजन का आरोप था कि अपराध निरीक्षक ने मनामान तरीके से समझौता कराने के साथ ही आरोपितों की कार छोड़ दी थी। मजबूर होकर स्वजन वेंटीलेटर के साथ एसएसपी आवास में पहुंचकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद मझोला पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही 24 घंटे में टक्कर मारने वाली कार को बरामद कर लिया। हालांकि, इस मामले में स्थानीय स्तर पर सभी अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।
पार्षद प्रकरण को लेकर एडीजी थे नाराज
एक सप्ताह पूर्व मझोला थाना क्षेत्र में महिला और उसकी बेटी की तहरीर पर पार्षद सद्दाम सहित 13 आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था। मुकदमा दर्ज होने के कुछ घंटे बाद ही महिला अपने बयानों से पलट गई थी। इसके बाद पार्षद को भी थाने से छोड़ दिया गया था।
इस प्रकरण को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए थे। आरोप लगाने वाली महिला और उसकी बेटी पूर्व में चार मुकदमों इसी तरह के आरोप लगाकर बयान से पलट चुकी है। इसमें तीन मुकदमे मझोला थाने में ही दर्ज हैं। इस पर एडीजी ने नाराजगी जताई थी।
थाना प्रभारी और दारोगाओं पर गिरेगी गाज
मुरादाबाद में तैनात कई थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों की भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें शासन स्तर में पहुंची है। इन सभी मामलों में जांच करके रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही शहर और देहात के थानों में थानेदारी संभाल रहे निरीक्षकों, चौकी प्रभारियों पर निलंबन और गैर जनपद स्थानांतरण की कार्रवाई हो सकती है।
बरेली जोन के एडीजी राजकुमार ने बताया कि महिला शिक्षक जयश्री यादव की मृत्यु और मुकदमा न लिखे जाने के साथ ही अन्य शिकायतों का संज्ञान लेकर दो थाना प्रभारियों का गैर जनपद स्थानांतरण किया गया है। इसके साथ ही सीओ सिविल लाइंस को हटाने के आदेश दिए गए थे। इन सभी प्रकरणों में जांच करके कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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