महिला को वेंटीलेटर पर लेकर Moradabad SSP आवास पर हंगामा करने वालों ने पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोप
Amroha News प्राइवेट स्कूल की महिला शिक्षिक जयश्री की मौत के मामले में परिवार वालों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने और कार स्वामी से मिलीभगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। Amroha News : प्राइवेट स्कूल की महिला शिक्षिक जयश्री की मौत के मामले में परिवार वालों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने और कार स्वामी से मिलीभगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। साथ ही बिना परिवार वालों की अनुमति के समझौता कराकर कार को थाने से छोड़ दिया है।
वहीं पुलिस कहना है कि मुकदमा केवल कार चालक पर नियमानुसार दर्ज होना था। लेकिन परिवार के लोग बाइक चालक पर स्कूल के प्रधानाध्यापक पर भी मुकदमा दर्ज कराना चाहते थे। इसी को लेकर पुलिस ने स्वजन से तहरीर बदलकर केवल कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कही थी। इसके बाद कार चालक ने पुलिस को समझौते का पत्र दिया था। जिसमें घायल का पूरा इलाज कराने की जिम्मेदारी पर मुकदमा दर्ज कराने की बात की गई थी।
इस मामले में घायल की मां से बात की गई थी,जिसमें उन्होंने कार छोड़ने के साथ ही मुकदमा दर्ज नहीं कराने की बात कही थी। आरोप हैं कि अस्पताल का बिल अधिक होने पर कार चालक के साथ ही बाइक चालक भी पीछे हट गए थे। जिसके बाद स्वजन पुलिस के पास मुकदमा दर्ज कराने के लिए पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस कहना था कि जब दोनों पक्षों में समझौता हो चुका है,तो अब चार दिन बाद मुकदमा क्यों दर्ज कराना चाहते थे।
इसी बात के बाद स्वजन एंबुलेंस लेकर एसएसपी आवास में प्रदर्शन करने पहुंच गए थे। प्रदर्शन के बाद पुलिस ने स्वजन को समझाकर शांत कराकर थाने ले गए थे। तहरीर के आधार पर आरोपित कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। मझोला थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि कार के साथ ही चालक की तलाश की जा रही है। इसके साथ ही मुकदमों की धाराओं में जांच करके परिवर्तन भी किया जाएगा। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुरादाबाद के मझौला में 11 अगस्त को हुए हादसे में हसनपुर के मुहल्ला होलीवाला निवासी महिला शिक्षक जयश्री व उनके स्कूल के प्रिंसिपल पंकज वर्मा घायल हो गए थे। दोनों मुहल्ले में स्थित लिटिल प्लेनेट स्कूल में तैनात हैं। दोनों बाइक से मुरादाबाद जा रहे थे। हादसे में जयश्री की हालत गंभीर बनी हुई थी।
बुधवार शाम दिल्ली को ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई थी। मझौला पुलिस ने हादसे के लिए जिम्मेदार कार को समझौतानामा के आधार पर छोड़ दिया था। यह समझौता कार स्वामी व पंकज वर्मा के बीच लिखा गया था। अब जयश्री की मौत के बाद परिवार वाले पुलिस व प्रिंसिपल पर कार स्वामी से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।
गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे स्वजन का कहना है कि समझौतानामा एकपक्षीय है। जयश्री के स्वजन से कोई बात नहीं हुई। ऐसे में पुलिस को कार नहीं छोड़नी चाहिए थी। पति अर्जुन यादव का कहना है कि मझौला पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है। कार चालक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, हसनपुर प्रभारी निरीक्षक अरविंद त्यागी ने बताया कि बुधवार रात लगभग साढ़े नौ बजे जयश्री की मृत्यु की सूचना दी थी। रात ही शव पोस्टमार्टम को भेज दिया था।
महिला की मां ने कहा था कार छोड़ने के लिए
कार स्वामी से समझौता करने वाले प्रिंसिपल पंकज वर्मा ने बताया कि हादसे के बाद कार चालक ने ही दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया था। मेरा संपर्क लगातार जयश्री के स्वजन से बना हुआ था। जयश्री की हालत में सुधार होने की जानकारी मिलने पर उनकी मां के कहने पर ही मैंने समझौतानामा लिख कर पुलिस को दिया था। चूंकि कार स्वामी उपचार का सारा खर्च उठा रहा था। पंकज वर्मा ने बताया कि यदि जयश्री की मां नहीं कहतीं तो मुझे समझौतानामा देने की क्या जरूरत थी।
डिडौली के गांव टिकिया फत्तेहपुर की है कार
जिस कार से जयश्री व पंकज वर्मा हादसे का शिकार हुए हैं वह डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव टिकिया फत्तेहपुर निवासी कलाम मोहम्मद के नाम है। 13 अगस्त को हुए समझौतानामा पर कलाम मोहम्मद व पंकज वर्मा के हस्ताक्षर हैं। हालांकि समझौता के बीच बिचौलिया की भूमिका निभाने वाले ग्राम प्रधान के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।