महाकुंभ के दौरान विंध्याचल धाम में आर्थिकी का हुआ जबरदस्त विस्तार, दानपात्र में इतने करोड़ हुए जमा
प्रयागराज के महाकुंभ ने मिर्जापुर के विंध्य क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया है। डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाई और ढाई करोड़ रुपये से अधिक दान दिया। इससे स्थानीय व्यापारियों की आय में पांच से दस गुणा तक वृद्धि हुई है। धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों का चौड़ीकरण और सुंदरीकरण किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, मिर्जापुर। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान जनवरी से फरवरी माह के बीच डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में मत्था टेका और ढाई करोड़ रुपये से अधिक दान दिया। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने वाले संसाधनों के विकास की राह प्रशस्त हुई है।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि महाकुंभ की अवधि में विभिन्न सर्वे के आधार पर स्थानीय व्यापारियों की आय में पांच से दस गुणा तक बढ़ोतरी हुई है, रोजगार के नए अवसर खुले हैं और आर्थिकी का विस्तार हुआ है।
धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों का होगी चौड़ीकरण
विंध्य क्षेत्र में कुल 18 दान पात्र हैं। इनमें 16 विंध्यधाम और एक कालीखोह व एक अष्टभुजा मंदिर में है। धर्मार्थ योजना के तहत भी 36.80 करोड़ की लागत से तीनों धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों का चौड़ीकरण और सुंदरीकरण कराया जाएगा।

चौड़ीकरण के लिए बजट हुआ जारी
इसके लिए 18.40 करोड़ रुपये जारी किया गया है। इसमें दूधनाथ तिराहा से लाल भैरव मंदिर होते हुए बरतर तिराहा, अमरावती पाषाण मार्ग विंध्याचल अटल चौराहा से देवरहवा हंस बाबा आश्रम तथा बरतर तिराहा से बंगाली तिराहा से पटेंगरा चौराहा से शिवपुर बाजार होते हुए रामेश्वर मंदिर, तारा देवी मंदिर मार्ग शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री के संभावित आगमन के मद्देनजर आयुक्त व डीआइजी ने किया विंध्यधाम का निरीक्षण
मुख्यमंत्री के संभावित आगमन के मद्देनजर मंगलवार को आयुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी व डीआइजी आरपी सिंह ने विंध्यधाम का निरीक्षण किया। जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। प्रशासन के आदेश पर मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर और आसपास लगे बैनरों को हटाया जा रहा है।

शनिवार को मंडलायुक्त, डीआईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एडीएम, नगर मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारियों ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था सहित अन्य तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों ने निर्देश दिया कि मंदिर क्षेत्र में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए और यातायात व्यवस्था सुचारू बनाई जाए।
मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। मंदिर परिसर से लेकर आसपास के बाजारों तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी और सभी तैयारियों को समय से पूरा कर लिया जाएगा।

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