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    यूपी के इस टोल प्लाजा पर सरकार को लगाया जा रहा था 'चूना', STF ने मारा छापा और खुल गए सारे राज

    यूपी के मीरजापुर जिले में स्थित अतरैला शिवगुलाम टोल प्लाजा पर अवैध वसूली का भंडाफोड़ हुआ है। लखनऊ एसटीएफ की छापेमारी में सामने आया कि टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर के जरिए टोल कलेक्शन की वास्तविक राशि छिपाई जा रही थी। एसटीएफ ने मौके से पर्ची निकालने वाली हैंड मशीन भी बरामद की है। वर्तमान में टोल वसूल कर रही डेल कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

    By Arun Kumar Mishra Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 23 Jan 2025 03:26 PM (IST)
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    हलिया के एनएच-135 पर अतरैला शिवगुलाम गांव स्थित टोल प्लाजा पर एसटीएफ की छापामारी के बाद जांच करती लालगंज पुलिस।-जागरण।

    अरुण कुमार मिश्र, मिर्जापुर। नरायनपुर से हनुमना राष्ट्रीय राजमार्ग 135 पर स्थित अतरैला शिवगुलाम टोल प्लाजा से अवैध वसूली का अंतत: भंडा फूट ही गया। सालों से यहां लगातार अवैध वसूली की शिकायत आती रही हैं। ठोस कार्रवाई के अभाव में टोल संचालक की रजामंदी पर मनमाने ढंग से यहां वाहनों चालक के साथ मनमाने ढंग से वसूली का प्रकरण सामने आते रहे हैं।

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    कई-कई बार दक्षिण भारत से आने वाले बड़े वाहनों को रोक दिए गए। वाहनों को पास कराने के नाम पर उनका शोषण किया गया। इसकी शिकायत भी संबंधित से की गई लेकिन कार्रवाई के अभाव में इस टोल प्लाजा पर कभी कार्रवाई नहीं की गई। बुधवार की भोर में लखनऊ एसटीएफ की कड़ी कार्रवाई से दिन भर टोल प्लाजा पर सन्नाटा पसरा रहा।

    दअअसल, राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतरैला शिवगुलाम टोल प्लाजा का संचालन 2021 से चलना प्रारंभ हुआ। मात्र तीन चार सालों में कई कंपनियां बदल गईं। हालात ये है कि सभी ने अपने आपको टोल पर घाटा होना बताया।

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    टोल वसूलने वाली पूर्व की एक कंपनी के अधिकारी ने बताया कि टोल की वसूली क्षमता प्रतिदिन की 20 लाख के पार की है। जो वर्तमान में इसमें और भी वृद्धि हुई होगी। टोल कंपनी घाटा बताकर मुनाफा करने का खेल करती हैं। बहरहाल, मंगलवार की कार्रवाई से यह तय हो गया कि टोल पर किस प्रकार से वाहनों से अवैध वसूली का खेल किया जा रहा है।

    हलिया के एनएच 135 पर अतरैला शिवगुलाम गांव स्थित टोल प्लाजा पर एसटीएफ की छापामारी के बाद पसरा सन्नाटा।-जागरण


    वर्तमान में डेल कंपनी को वसूली का जिम्मा 

    अतरैला में 2021 से शुरू हुए टोल प्लाजा के बाद अब तक कई कंपनियां टोल वसूली का कार्य कर चुकी हैं। कोरल एसोसिएट के टोल संचालक रहे शैलेश पांडेय ने बताया कि सबसे पहले यहां टोल कंपनी पुष्पा राय थी। उसके बाद उदयपुर की कंपनी कोरल एसोसिएट को टोल वसूलने की जिम्मेदारी मिली।

    कोरल ने अगस्त-सितम्बर 2023 से अक्टूबर 2024 तक टोल टैक्स वसूलने का कार्य किया। एसटीएफ की छापेमारी की बात पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया। वाराणसी हनुमना नेशनल हाईवे 135 पर एनएचएआई द्वारा वर्ष 2021 से टोल वसूली की जा रही है।

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    हैंड मशीन से वसूली की शिकायत पुरानी 

    वाहनों से हैंड मशीन द्वारा जबरदस्ती वसूली की शिकायत चालक आए दिन करते रहते हैं। काफी समय से ओवरलोड वाहनों से डबल राजस्व वसूली की जाती रही है। इससे प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान सरकार का काम किया जाता रहा है।

    लालगंज थाना क्षेत्र के एनएच 135 पर स्थित अतरैला शिवगुलाम गांव का टोल प्लाजा, यही पर एसटीएफ ने छापा मारकर पकड़ा है गमन का मामला। जागरण


    माना जा रहा है कि टोल पर होने वाली वसूली में अनियमितता की शिकायत पर एसटीएफ लखनऊ के निरीक्षक दीपक सिंह के नेतृत्व में बुधवार की भोर में छापेमारी की गई। जांच में सामने आया कि टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर के जरिए टोल कलेक्शन की वास्तविक राशि छिपाई जा रही थी। एसटीएफ ने मौके से पर्ची निकालने वाली हैंड मशीन भी बरामद की है। टोल प्लाजा पर बचे शेष कर्मचारी भय ग्रस्त होकर काम करते देखे गए।

    लालगंज थानाध्यक्ष ने कहा कि संजय कुमार सिंह ने कहा कि एसटीएफ लखनऊ की टीम यहां आई थी। उसी की तहरीर पर वर्तमान में टोल वसूल कर रही डेल कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके तहत टोल मैनेजर समेत दो कर संग्रह कर्ता को हिरासत में लिया गया है।