मीरजापुर में भारी बारिश से मची तबाही, अहरौरा जलाशय के गेट खुले, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के पैतृक गांव में घुसा पानी
मीरजापुर में भारी बारिश के कारण अहरौरा जलाशय का जलस्तर बढ़ गया है जिससे जलाशय के आठ गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। अहरौरा और जरगो जलाशय से पानी छोड़ने के कारण निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बढ़ गई है। जिले में भारी बारिश की वजह से प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अहरौरा जलाशय का भयावह दृश्य एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। बारिश के चलते जलाशय लबालब भर गए हैं, जिससे जलस्तर में वृद्धि हो रही है।
इस स्थिति के कारण अहरौरा बांध का जलस्तर 360 फीट से डेढ़ फीट ऊपर पहुंच गया है, जिसके चलते आठ गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है।
देखें वीडियो :
#Mirzapur : अहरौरा जलाशय का भयावह मंजर। बारिश ने मचाई फिर से आफत। बांध के लेवल 360 फीट से से डेढ़ फीट पानी उपर पहुंचा। आठ गेट खोलकर निकाला जा रहा पानी। अहरौरा व जरगो जलाशय का पानी फिर से मचाएगा तबाही। pic.twitter.com/ksqrJ7ywtI
— Abhishek sharma (@officeofabhi) October 4, 2025
अहरौरा और जरगो जलाशय से पानी छोड़ने के कारण निचले इलाकों में जलभराव की समस्या फिर से उत्पन्न हो गई है। स्थानीय निवासियों में जलजमाव से तबाही की आशंका बढ़ गई है। इसी बीच, जमालपुर के हसौली गांव के पटेल बस्ती के पास गड़ई नदी का तटबंध फिर से टूट गया है, जिससे कई घरों और मोहल्लों में पानी भर गया है।
भारी बारिश के कारण जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन को जल निकासी के उपाय करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अहरौरा जलाशय के गेट खोलने से आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय लोग इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं और राहत कार्यों की मांग कर रहे हैं।
जलभराव के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों को अपने घरों से evacuate होना पड़ा है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है।
इस बीच, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
जलाशयों के बढ़ते जलस्तर और नदियों में आई बाढ़ ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। ऐसे में, प्रशासन को चाहिए कि वह त्वरित कार्रवाई करते हुए बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज करे।
स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और उनके जीवन को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी संबंधित विभाग मिलकर काम करें। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
मीरजापुर में भारी बारिश के कारण उत्पन्न जलभराव की स्थिति ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, और प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
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