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    मां दुर्गा के बारे में अश्लील गाने के मामले में वांछित चल रहे किताब के संपादक सहित तीन आरोपित पुलिस हिरासत में

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 06:20 PM (IST)

    मीरजापुर ज‍िल में बीते द‍िनों मां दुर्गा पर अश्लील गाना गाने के मामले में वांछित चल रहे किताब के संपादक राजवीर सिंह यादव समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। गायिका सरोज सरगम द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किए गए गाने के बाद मामला दर्ज किया गया था।

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    पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर। मां दुर्गा पर अश्लील गाने गाकर उसे यूट्यूब चैनल पर अपलोड करने के आरोप में वांछित मुख्य आरोपित किताब के संपादक राजवीर सिंह यादव समेत तीन आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन आरोपितों से जिले के एक थाने में पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।

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    मड़िहान के गढ़वां गांव की बिरहा गायिका सरोज सरगम ने 18 सितंबर को मां दुर्गा पर एक गाना गाकर उसे अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था। इस गाने को लेकर मड़िहान पुलिस ने 19 सितंबर को सरोज सरगम और उसके पति राम मिलन बिंद के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। आरोप है कि इसके बाद सरोज सरगम ने एक और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया।

    इस मामले में मड़िहान के गढ़वा गांव की गायिका सरोज सरगम, उसके पति राम मिलन बिंद, प्रयागराज जनपद के थाना हंडिया क्षेत्र के ऊपरदहां गांव निवासी राम मिलन बिंद, मड़िहान के गढ़वां गांव के रहने वाले सीताराम कोल (कोरस गायक), मड़िहान के गढ़वां हरदीहवां गांव के सुरेश कोल (कोरस गायक), भटौली गांव के प्रेम सरोज (ढोलक वादक), प्रयागराज जनपद के थाना सराय ममरेज क्षेत्र के सूरजपट्टी मोहल्ला के राकेश कुमार यादव (यूट्यूब चैनल सह संचालक), असवां दाऊदपुर गांव के सोनू बिंद (स्टूडियो संचालक) और सीतापुर जिले के सिधौली गांव के राजवीर सिंह यादव (यादव शक्ति पत्रिका का संपादक एवं बहुजन नायक महिषासुर पुस्तक के लेखक) के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

    इस मामले में अब तक कुल छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जिनमें सरोज सरगम, उसके पति और मंडलीय चार अन्य सदस्य शामिल हैं। वहीं, राजवीर सिंह यादव और अन्य वांछित आरोपितों को पुलिस ने सीतापुर, प्रयागराज और अन्य स्थानों से हिरासत में लिया है।

    पुलिस की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि इस प्रकार के आपत्तिजनक सामग्री के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने समाज में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में गंभीरता को उजागर किया है, और यह दर्शाता है कि ऐसे मामलों में कानून की नजरें कितनी सख्त हैं।