Updated: Tue, 16 Jan 2024 02:39 PM (IST)
हीटर ब्लोअर रातभर बंद कमरे में जलने से कमरे में ऑक्सीजन और नमी भी कम हो जाती है। कमरे में एक बाल्टी पानी या गीले कपड़े टांग दें जिससे कमरे में नमी बनी रहे। इसके अलावा बंद कमरे में बोरसी या अंगीठी जलाकर कभी नहीं सोए। कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड का स्तर बढ़ जाने से परेशानी बढ़ेगी। सांस फूलने दम घुटने की संभावना रहती है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। जिला विज्ञान क्लब की ओर से ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन को किया गया। इसमें जिला समन्वयक सुशील कुमार पांडेय ने ठंड से बचने के लिए हीटर, ब्लोअर, अंगीठी का सुरक्षित प्रयोग करते हुए स्वस्थ्य रहने के बारे में जानकारी दी। कहा कि कमरे में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था नहीं है, तो अंगीठी, हीटर और ब्लोअर जलाना खतरनाक हो सकता है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कहा कि हीटर, ब्लोअर रातभर बंद कमरे में जलने से कमरे में ऑक्सीजन और नमी भी कम हो जाती है। कमरे में एक बाल्टी पानी या गीले कपड़े टांग दें, जिससे कमरे में नमी बनी रहे। इसके अलावा बंद कमरे में बोरसी या अंगीठी जलाकर कभी नहीं सोए। कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड का स्तर बढ़ जाने से परेशानी बढ़ेगी। सांस फूलने, दम घुटने की संभावना रहती है। कभी तो मौत भी हो सकती है।
सादा और गर्म भोजन करें
विशेषज्ञ डॉ. एके सिंह ने कहा कि ठंड में चिकनाई युक्त भोजन से परहेज करें, क्योंकि ठंड में पाचन की क्रिया कमजोर हो जाती है। ठंड में बीपी, शुगर, गठिया, दिल की बीमारी वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। जाड़े के मौसम में हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक की भी संभावना बढ़ जाती है। इम्यूनिटी कम होने के कारण बुजुर्ग एवं बच्चे सावधानी बरतें। कोल्ड एक्सपोजर लगने का खतरा अधिक रहता है। सादा एवं गर्म भोजन करें। शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन की आशंका बढ़ जाती है। ठंड में शारीरिक श्रम कम होने से शुगर स्तर भी बढ़ जाता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।