यूपी के इस जिले में गंगा पर बनाया जा रहा 6 लेन पुल, 2500 किसानों से जमीन लेने के बाद भी क्यों अटक गया निर्माण?
विंध्याचल के पास गंगा पर बन रहे छह लेन के पुल का निर्माण मुआवजा वितरण में देरी के चलते रुका है। 1708 करोड़ की इस परियोजना से पूर्वांचल के कई जिलों और बिहार-नेपाल को लाभ होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना के लिए धन जारी किया था लेकिन किसानों को मुआवजा न मिलने से काम अटका हुआ है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। विंध्याचल के शिवपुर गांव के पास गंगा पर बनने वाले छह लेन का पुल का निर्माण किसानों के मुआवजा नहीं बंटने के कारण रुका हुआ है। एसएलएओ की लापरवाही के कारण किसानों को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है, जिससे पुल के निर्माण में देरी हो रही है।
इसके बनने से विंध्याचल के शिवपुर गांव के पास के पास 1708 करोड़ रुपये की लागत से गंगा पर छह लेन के पुल का निर्माण शुरू होगा। इससे पूर्वाचल के जनपदों भदोही, जौनपुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, चंदौली आदि जनपदों व बिहार तथा नेपाल को भी फायदा मिलेगा।
पूर्वांचल को जोड़ने वाले शास्त्री सेतु के जर्जर होने के बाद ट्रांसपोर्ट जगह को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। शास्त्री सेतु से 35 टन से अधिक लोड के वाहनों को जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में मोटर मालिकों ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल व केंद्र सरकार से गंगा पर छह लेन का पुल निर्माण कराने की मांग की थी। जिसके बाद केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मीरजापुर में गंगा पर छह लेन का पुल निर्माण कराने की घोषणा की थी।।
इसके लिए 1708 करोड़ रुपये जारी किया था। गंगा पर बनने वाले छह लेन का पुल तीन-तीन लेन का दो भागों में बनाया जाएगा, ताकि एक पुल खराब हो जाए तो दूसरे से काम चलाया जा सके। इसके लिए टेंडर की प्रकिया पूरी हो चुकी है।
पुल के निर्माण के बाद दोनों ओर 15 किलोमीटर लंबी फोरलेन की सड़क बनाई जानी है। जिसके लिए एनएच 135 से समोगरा से भवानीपुर अमरावती चौराहे आदि स्थानों व गंगा के उसपर मुवैया, पुरजागिर आदि गांवों के लगभग 2500 किसानों की जमीन ली जानी है। जिनको 231 करोड़ रुपये के लगभग मुआवजा दिया जाना है, लेकिन अभी एसएलएओ उन किसानों को मुआवजा नहीं दे पाया है। जिससे सड़क व पुल निर्माण में दिक्कत आ रही है।
गंगा के दोनों ओर 15 किलोमीटर बनेगी सड़क
गंगा के दोनों ओर सात व आठ कुल 15 किलोमीटर लंबी फोरलेन की सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए कुल 15 गांव अर्जुनपुर, श्रीपटटी, अमरावती, समोगरा, चितावनपुर, दुहौआ, टाड़, मवैया, हर्रई, भवानीपुर छानबे, विंध्याचल के शरीफपुर, बासस्थान, चेकसारी, मझरा, शिवपुर उफ्र रसूलपुर गांव के लगभग ढाई हजार किसानों की जमीन ली जाएगी। जिसके बदले उनको मुआवजा दिया जा रहा है।
इसमें कुल 231 करोड़ मुआवजा दिया जाना है। जिसमें अभी तक मात्र 700 किसानों को मुआवजा दिया जा है। पुल को एनएच 135 के समोगरा गांव के पास से टाड़, दुहौआ ,चितावनपुर, भवानीपुर होते हुए अमरावती होकर शिवपुर व गंगा उस पार श्रीपट्टी, मवैया, चेकसारी, मझरा आदि गांव से होकर मीरजापुर- औराई मार्ग से जोड़ा जाएगा।
गंगा पर पुल का निर्माण एक दो महीने बाद शुरू होगा,लेकिन किसानों की जमीन का मुआवजा देने में देरी होने के कारण पुल का निर्माण शुरू नहीं हा पा रहा है। मुआवजा बंटने के बाद कार्य में तेजी आएगी। -नुसरत खान, सहायक अभियंता, एनएचआइ, प्रयागराज
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