Ganga Expressway पर बिना अनुमति ही दौड़ने लगे वाहन, अधिकारियों तक पहुंची बात तो आनन-फानन में रोकने के लिए ऐसे किया जुगाड़
मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है। यह निर्णय सुरक्षा कारणों और रखरखाव के चलते लिया गया है। एक्सप्रेसवे का उपयोग करने वाले ...और पढ़ें

वाहनों का प्रवेश रोकने को हापुड़ रोड से गंगा एक्सप्रेसवे के प्रवेश मार्ग को अवरुद्ध किया गया। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। गंगा एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार है। हालांकि अभी इस पर वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं है न ही इसे शुरू किया गया है लेकिन मेरठ से बदायूं तक 130 किमी के हिस्से में बिना अनुमति वाहन दिन रात दौड़ रहे थे।
हाल ही में संभल में इस एक्सप्रेसवे पर दो वाहन आमने सामने से भिड़ गए। जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होने से पहले इस पर वाहनों के प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाने का दिशा निर्देश दिया है।
जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने मेरठ में हापुड़ रोड पर इसके प्रवेश और निकास दोनों स्थानों पर मिट्टी और अन्य सामग्री डालकर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया है।
गंगा एक्सप्रेसवे के 130 किमी लंबे पहले पैकेज में केवल सिंभावली में रेलवे ओवर ब्रिज की एप्रोच रोड का निर्माण अधूरा है। इसके अलावा पूरी सड़क वाहनों के दौड़ने के लिए तैयार है। इसी का लाभ उठाते हुए पिछले काफी समय से इस मार्ग पर निजी और छोटे व्यवसायिक वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे थे।
हाल ही में संभल में दो वाहन आपस में भिड़ गए। जिसमें छह लोगों की मौत हो गई। इस दुर्घटना के बाद सरकार ने इस मार्ग के उद्घाटन से पहले वाहनों को किसी कीमत पर प्रवेश न करने देने का सख्त निर्देश दिया है।
जिसके बाद यूपीडा और निर्माणकर्ता एजेंसियों के अधिकारी हरकत में आए और हापुड़ रोड पर गंगा एक्सप्रेसवे के प्रवेश और निकास दोनों स्थानों पर मिट्टी तथा अन्य सामग्री डालकर वाहनों के प्रवेश को रोक दिया गया है।
यूपीडा की पीआइयू (प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट) के एक्सईएन राकेश मोघा ने बताया कि जनता के साथ साथ यूपीडा के अधिकारियों के वाहन भी इस एक्सप्रेसवे पर नहीं दौड़ सकेंगे। केवल निर्माणकर्ता एजेंसी के वाहनों को निर्माण सामग्री लेकर आने की अनुमति होगी।

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