टाइगर श्राफ के ट्रेनर ध्रुव चौधरी ने मेरठ के खिलाड़यों को दिए टिप्स, बोले- सफलता के लिए मेहनत जरूरी
Mix Martial Arts मेरठ में शनिवार को दो दिवसीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता शुरू हुई। इसका शुभारंभ देश के जाने-माने मिक्स मार्शल आर्ट खिलाड़ी ध्रुव चौधरी ने किया। वह मुंबई से मेरठ आए हैं। हालांकि वह मूल रूप से मेरठ के ही निवासी हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। किक बाक्सिंग एसोसिएशन आफ मेरठ की ओर से पहली बार यहां के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रदेश स्तरीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता कराई जा रही है। प्रतियोगिता का शुभारंभ जाने-माने मिक्स मार्शल आर्ट खिलाड़ी ध्रुव चौधरी ने किया। वह मुम्बई में टाइगर श्राफ के साथ बतौर ट्रेनर जुड़े हैं।
दो आयु वर्ग में हो रही प्रतियोगिता
शनिवार को शुरू हुई दो दिवसीय प्रतियोगिता में प्रदेश के 18 जिलों के करीब 100 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगिता का आयु वर्ग सीनियर व मास्टर है। इसमें सात स्टाइल, प्वाइंट फाइट, लाइट कांटैक्ट, किक लाइट, लो किक, के-वन, फुल कांटैक्ट और म्यूजिकल फार्म खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसी प्रतियोगिता के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों का चयन चेन्नई में 18 से 24 अगस्त तक आयोजित होने वाली सीनियर नेशनल और मास्टर नेशनल किक बाक्सिंग चैंपियनशिप के लिए उत्तर प्रदेश की टीम के लिए होगा।
मेरठ निवासी हैं ध्रुव चौधरी
देश के जाने-माने मिक्स मार्शल आर्ट खिलाड़ी मेरठ के ध्रुव चौधरी मुंबई से मेरठ आए हैं। उन्होंने शनिवार को स्टेडियम में खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर फाइट का शुभारंभ किया। उन्होंने खिलाड़ियों को टिप्स दिए। कहा कि मार्शल आर्ट सहित जिस भी खेल में आप प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं हैं, उसमें निरंतरता बरतनी चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए कि कुछ दिन सफलता नहीं मिली तो उसे छोड़कर दूसरे खेल में आगे बढ़ने लगे। सफलता के लिए मेहनत व निरंतरता जरूरी है।
टाइगर श्राफ के ट्रेनर के तौर पर साथ जुड़े हैं ध्रुव
उन्होंने बताया कि उन्होंने 2008 में खेल की शुरुआत की थी और 2014 तक सफलता नहीं मिली थी लेकिन उसके बाद वह एमएमए फाइट में देश के बेहतरीन फाइटर्स में अपना नाम शुमार करने में सफल हुए। वर्तमान में टाइगर श्राफ के ट्रेनर के तौर पर उनके साथ जुड़े हुए हैं। उसके साथ ही टाइगर श्राफ की जिम्नेजियम श्रृंखला का कारोबार भी ध्रुव चौधरी ही देख रहे हैं। ध्रुव का कहना है कि उन्हें जो कुछ भी मिला मार्शल आर्ट से ही मिला है और वह इस सफलता का पूरा श्रेय खेल को ही देना चाहते हैं।