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    मेरठ के युवक को थाईलैंड में नौकरी के बहाने बुलाया, चाइनीज गिरोह को बेचा, गैंग के कब्जे में 75 से अधिक भारतीय

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 04:06 PM (IST)

    Foreign Job Scam मेरठ के परीक्षितगढ़ के शिवम धामा को थाईलैंड में नौकरी के नाम पर ढाई लाख की ठगी हुई। अभिषेक मावी नामक व्यक्ति ने 70 हजार रुपये महीने की नौकरी का वादा किया और उसे थाईलैंड बुलाया। वहां उसे एक चीनी गिरोह को तीन लाख में बेच दिया गया वे भारतीयों को इंटरनेट से ठगते थे।

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    मेरठ के युवक को थाईलैंड में नौकरी के बहाने बुलाया, चाइनीज को बेचा। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, मवाना (मेरठ)। थाईलैंड में 70 हजार रुपये वेतन की नौकरी दिलाने के बहाने रामनगर, परीक्षितगढ़ के युवक से ढाई लाख की ठगी की गई। आरोप है कि युवक को थाईलैंड बुलाकर तीन लाख रुपये में चाइनीज गिरोह को बेच दिया। ये भारतीयों को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ठगते हैं। आरोप है भारत की गोपनीय जानकारी मांगी गई। किसी तरह से युवक बचकर भारतीय दूतावास पहुंचा, जहां से उसे घर भिजवाया गया।

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    यह है मामला

    एसपी क्राइम के आदेश पर 14 जुलाई को दर्ज की गई रिपोर्ट में परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव रामनगर निवासी शिवम धामा ने बताया कि नौकरी तलाशने के दौरान उसका संपर्क मवाना निवासी अभिषेक मावी से हुआ। उसे बताया गया कि वह साथी निशांत निवासी गुढ़ा व अन्य के साथ मिलकर कंपनी चलाते हैं।

    थाईलैंड का टिकट वाट्सएप पर भेजा

    बताया कि वो बेरोजगार भारतीय नौजवानों को थाईलैंड में प्रतिमाह 70 हजार रुपये की नौकरी दिला देते हैं। इसके लिए दो लाख रुपये का खर्च बताया गया। शिवम ने बताया कि 10 अप्रैल को उसने दो दोस्त आर्यन व उज्जवल से एक लाख 60 हजार रुपये उधार लेकर अभिषेक को दे दिए, जबकि 40 हजार रुपये यूपीआइ के माध्यम से निशांत के मोबाइल में 18 अप्रैल को डाल दिए। इसी दिन उसे थाईलैंड का टिकट वाट्सएप पर भेज दिया।

    टैक्सी चालक ले गया कंबोडिया बार्डर

    वह 21 अप्रैल को बैंकाक पहुंच गया। जहां एक टैक्सी चालक उसे कंबोडिया बार्डर पर ले गया। वहां निशांत स्कूटी पर सवार होकर मिला और उसके 50 हजार रुपये वहां की करेंसी में बदलवाकर हड़प लिए। फिर उसे चाइनीज लोगों के हवाले करके चला गया। वहां उसकी फर्जी फेसबुक आइडी बनवाई गई और भारतीयों से ठगी कराने का प्रयास किया गया।

    भारतीय दूतावास की मदद से घर पहुंचा

    वह आठ जून को वहां से निकल भागा और भारतीय दूतावास की मदद से घर पहुंचा। अभिषेक मावी, निशांत और आदित्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। शिवम ने दावा किया कि चाइनीज गिरोह के कब्जे में 75 से अधिक भारतीय हैं। जब वह दूतावास पहुंचा तो वहां भी परीक्षितगढ़ का प्रशांत मिला था। वह भी अभिषेक व निशांत का शिकार बना था।

    शिवम ने बताया कि निशांत ने उसे पीटा और पिटवाया भी। उसका मोबाइल छीनकर वाट्सएप चैट डिलीट करा दी। एक वीडियो बनवाई जिसमें उससे जबरन कहलवाया गया कि वह अपनी मर्जी से यहां पहुंचा है।

    इंस्पेक्टर स्तर से होगी मामले की जांच

    एसओ परीक्षितगढ़ संजय दिवेदी का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले की जांच इंस्पेक्टर स्तर से होगी। जिसके चलते गत दिवस भावनपुर थाने को ट्रांसफर हो गई।