मेरठ, जागरण टीम। मेरठ में मतांतरण के दबाव में दुष्यंत चौधरी के आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने सोमवार को उसकी पत्नी फरहा के बयान दर्ज किए हैं। फरहा ने बताया कि तीन साल पहले दुष्यंत से उसकी बहन की शादी के दौरान मुलाकात हुई थी। उसके बाद दुष्यंत से प्यार हो गया और शादी कर ली। दोनों के परिवार की नाराजगी की वजह से एक साल तक दोनों अलग-अलग रहते रहे। उसके बाद दुष्यंत ने कोतवाली थाना क्षेत्र में मकान किराए पर लिया और दोनों साथ रहने लगे।
दुष्यंत मां के संपर्क में आया
फरहा ने बताया कि इसके बाद दुष्यंत अपनी मां के संपर्क में आ गया। उसके बाद दुष्यंत, उसे लेकर अपने घर गया, जहां दुष्यंत की मां ने उसको साथ रखने से इन्कार कर दिया। तब तक बच्ची को जन्म हो चुका था। उसके बाद दुष्यंत अपनी मां के पास रहने लगा और फरहा मायके में रहने लगी। डेढ़ साल की बच्ची भी फरहा के पास ही है। फरहा ने पुलिस को बताया कि शादी से पहले ही तय हुआ था कि दोनों अपना मतांतरण नहीं करेंगे। पुलिस बयान के दौरान फरहा कई बार बदहवास हुई, उसके परिवार ने समझाकर उसे बयान देने को तैयार किया। फरहा ने बताया कि हर तीसरे दिन दुष्यंत हमारे पास आता था, दोनों के रिश्ते काफी सही थे। इसी 15 जनवरी को दुष्यंत के जन्मदिन पर फरहा ने मोबाइल भी गिफ्ट किया था।
पुलिस ने नहीं लगाई मतांतरण की धारा
दुष्यंत आत्महत्या प्रकरण में पुलिस पहले ही मान चुकी है कि मतांतरण का कोई मामला नहीं है। थाना प्रभारी से लेकर एसएसपी तक अपने बयानों में मतांतरण के दबाव से इन्कार कर रहे हैं। वहीं पीड़ित परिवार की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में बताया गया कि दुष्यंत पर फरहा का परिवार और कुछ अन्य लोग भी मतांतरण का दबाव बना रहे थे। पुलिस ने फरहा, उसके पिता हनीफ, मां, बहन और भाई इब्राहिम तथा आठ-दस अज्ञात के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में नहीं आया मंतातरण का मामला
इंस्पेक्टर उपेंद्र यादव का कहना है कि अभी तक की जांच में मतांतरण का मामला सामने नहीं आया है। दंपती का किसी बात को लेकर फोन पर विवाद हुआ, उसके बाद दुष्यंत ने आत्महत्या की है। पुलिस साक्ष्य जुटाने के बाद फरहा के परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ करेगी।
हिंदू संगठनों ने नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग उठाई
सोमवार को हिंदू संगठन कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित परिवार पहले थाने पहुंचा था। उसके बाद एसएसपी आफिस पर गए। उनका कहना था कि मुदकमे में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की जाए। सचिन सिरोही का कहना है कि पुलिस आरोपितों लाभ पहुंचने का प्रयास कर रही है, जबकि आरोपित घर पर मौजूद है। पीड़िता की मां ने बताया कि मतांतरण का दबाव बनाने पर ही उनके बेटे ने आत्महत्या की है। एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ पुलिस पर्याप्त साक्ष्य जुटा रही है, उसके बाद ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
फरहा बुलाती थी फैज के नाम से
दुष्यंत और फरहा में पांच दिनों से बातचीत नहीं हो रही थी। दुष्यंत के आत्महत्या करने के बाद उसके दोस्त हरीश ने फरहा को काल कर मामले की जानकारी दी। तभी फरहा बोली, फैज ऐसा नहीं कर सकता। दरअसल, फरहा उसे दुष्यंत के बजाय फैज कहकर बुलाती थी। बातचीत में फरहा ने बताया कि पांच दिनों से उनके बीच कोई बातचीत नहीं हो पा रही है, जबकि उससे पहले सुबह चार-चार बजे तक बातचीत होती थी।
ये भी पढ़ें...
फरहा की मां के बयान होंगे दर्ज
दुष्यंत की मौत के बाद फरहा ने मोबाइल काल पर दुष्यंत की डेढ़ साल की बेटी होने से भी इन्कार किया है, जबकि फरहा की मां काल करने वाले हरीश से इज्जत बचाने की गुहार लगा रही थी। उसका कहना था कि यह बात किसी को पता नहीं चलनी चाहिए। सवाल है कि आखिर क्या बात फरहा की मां छिपा रही है, जो किसी को पता नहीं चलनी चाहिए। पुलिस भी यह जानने के लिए फरहा की मां के बयान दर्ज करेगी।