NIRF Ranking 2025 : रैकिंग में CCSU Meerut की लंबी छलांग, देश के टाप-50 राज्य विश्वविद्यालयों में शामिल
Meerut News दिल्ली के भारत मंडपम में गुरुवार को एनआईआरएफ ने 2025 की रैंकिंग जारी की। इसमें राज्य विश्वविद्यालयों में मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को 41वीं रैंक मिली है। यह पिछले साल से बेहतर है। सीसीएसयू को 52.09 अंक मिले हैं और उत्तर प्रदेश में लखनऊ विश्वविद्यालय के बाद इसका दूसरा स्थान है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। दिल्ली के भारत मंडपम में गुरुवार को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क यानी NIRF की ओर से देश भर के शिक्षण संस्थानों की 2025 की रैंकिंग जारी की गई। इसमें स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटीज यानी राज्य विश्वविद्यालयों में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को 41वीं रैंक मिली है।
वर्ष 2024 में सीसीएसयू को एनआइआरएफ रैंकिंग में टाप-100 विश्वविद्यालयों में स्थान मिला था और इस वर्ष टाप-50 में स्थान मिला है। एनआइआरएफ की ओर से गुरुवार को जारी 2025 की रैंकिंग में स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटीज यानी राज्य विश्वविद्यालयों में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) को 41वीं रैंक (52.09 स्कोर) मिली है। इस रैंकिंग के साथ ही सीसीएसयू देश के टाप-50 राज्य विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है। पिछले वर्ष इस कैटेगरी में सीसीएसयू देश के टाप-100 राज्य विश्वविद्यालयों में था। वहीं उत्तर प्रदेश में लखनऊ विश्वविद्यालय के बाद सीसीएसयू को दूसरी रैंक मिली है।
कालेज रैंकिंग में 300वीं रैंक तक पूरे उप्र से एक भी कालेज शामिल नहीं
लखनऊ विश्वविद्यालय को एनआइआरएफ के राज्य विश्वविद्यालयों में 27वीं रैंक मिली है। प्रदेश के सभी तरह के राज्य विश्वविद्यालयों को जोड़ने पर लखनऊ विश्वविद्यालय को दूसरी और सीसीएसयू को चौथी रैंक मिली है। एनआइआरएफ ओवरआल कैटेगरी में 200वीं रैंक तक सीसीएसयू नहीं है, जबकि कालेज रैंकिंग में 300वीं रैंक तक पूरे उप्र से एक भी कालेज शामिल नहीं है।
समारोह में सीसीएसयू की कुलपति रहीं उपस्थित
एनआइआरएफ रैंकिंग जारी करने के लिए दिल्ली में आयोजित समारोह में देशभर के कुलपतियों के साथ सीसीएसयू की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला भी शिक्षकों की टीम के साथ उपस्थित रहीं। सीसीएसयू को नैक मूल्यांकन में ए प्लसप्लस मिला है। 2024 में क्यू एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग के ओवरआल रैंकिंग में सीसीएसयू 701-750 के बैंड में और दक्षिण एशिया में 219वीं रैंक मिली थी। यह सभी रैंकिंग विश्वविद्यालय को पिछले करीब चार वर्ष के प्रयासों से मिली हैं।
'रैंकिंग को और बेहतर बनाना है विश्वविद्यालय का लक्ष्य'
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला का कहना है कि नैक मूल्यांकन के बाद लगातार बेहतर होती विश्वविद्यालय की एनआइआरएफ रैंकिंग, शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध कार्य और सामाजिक सरोकारों का प्रमाण है।
प्रति कुलपति प्रो. मृदुल गुप्ता ने कहा कि हमारा लक्ष्य आने वाले वर्षों में रैंकिंग को और बेहतर करना है। विश्वविद्यालय शिक्षण और शोध नवाचार की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा है। हम राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाई प्राप्त करेंगे।
सीसीएसयू के शोध निदेशक प्रो. बीरपाल सिंह के अनुसार यह रैंकिंग शिक्षकों और शोधार्थियों की ओर से किए जा रहे शोध व नवाचार का प्रतिफल है। सीसीएसयू का प्रयास है कि समाज और उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखकर शोध कार्य किए जाएं।
भौतिक विज्ञान विभाग के प्रो. अनिल मलिक ने कहा कि शोध और नवाचार की दिशा में प्रगति, उद्योग व समाज से जुड़ाव और कौशल विकास पर फोकस से इस वर्ष रैंकिंग बेहतर हुई है।
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