पश्चिम बंगाल से मेरठ पहुंचे जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार पर साधा निशाना, कही यह बात
कृषि कानूनों की वापसी से पहले कृषि आंदोलन चलता रहेगा। मुजफ्फरनगर की महापंचायत से एक नया इतिहास लिखा जाएगा। यह बातें मंगलवार को पश्चिम बंगाल से पहुंचे जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविक साहा ने मेरठ में कहा।
जागरण संवाददाता, मेरठ। किसानों को लगातार गुमराह किया जा रहा है। गन्ना भुगतान, गेहूं खरीद, धान खरीद के आंकड़ें गिनाकर सरकार झूठे दावे कर रही है। किसानों की हालत खराब है। कृषि कानूनों की वापसी से पहले कृषि आंदोलन चलता रहेगा। मुजफ्फरनगर की महापंचायत से एक नया इतिहास लिखा जाएगा। यह बातें मंगलवार को पश्चिम बंगाल से पहुंचे जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविक साहा ने गंगानगर में प्रदेशाध्यक्ष मानवेंद्र वर्मा के आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में कहीं।
वह मुजफ्फरनगर के मीरापुर में जड़वड़ गांव में आयोजित किसानों की महापंचायत में भाग लेने के लिए मेरठ आए थे। प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य व जय किसान आंदोलन के संस्थापक योगेंद्र यादव नहीं पहुंचे। उड़ीसा से अविक साहा के साथ जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लिंगराज, हरियाणा से दीपक लांबा व राज्य अध्यक्ष प्रबन ने भी अपनी बात रखते हुए सरकार पर निशाना साधा। प्रदेश प्रवक्ता मनीष भारती ने कहा कि एक तरफ जहां देश में आरबीआइ के अनुसार मुद्रास्फीति की दर 6 प्रतिशत है, वहीं, एफआरपी की बढ़ोतरी 1.75 प्रतिशत है। महंगाई के अनुपात में एफआरपी की वृद्धि तीन गुना कम है।
महापंचायत में मंच करेंगी साझा
मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए आयी जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविक साहा पांच सितंबर को मंच पर दिख सकती हैं। यहां देश के कोने कोने से किसान आएंगे और कृषि कानूनों को वापस कराने के लिए हुंकार भरेंगे। इस महापंचायत की अगुवाई भाकियू द्वारा की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि यहां पर कई नेता भी शामिल हो सकते हैं।