मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र बनाने में उगाही
मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र बनाने में उगाही जिला अस्पताल में शस्त्र लाइसेंस के लिए मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर उगाही की जा रही है। किसी से 68 तो किसी से 100 रुपये लिए जा रहे हैं। बुधवार को यह मामला प्रकाश में आया।
मेरठ : जिला अस्पताल में शस्त्र लाइसेंस के लिए मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर उगाही की जा रही है। किसी से 68 तो किसी से 100 रुपये लिए जा रहे हैं। बुधवार को यह मामला प्रकाश में आया।
शस्त्र लाइसेंस के लिए मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र बनवाने जिला अस्पताल में बुधवार को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। प्रमुख अधीक्षक कार्यालय से मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र जारी हो रहे थे। दोपहर करीब 12.30 बजे कर्मचारियों ने कई लोगों को बिना रसीद दिए ही सौ रुपये लेकर फिटनेस प्रमाण पत्र दे दिए गए, जबकि मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र का शुल्क 68 रुपये जमा होता है। शास्त्रीनगर निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद जब वह मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र लेने पहुंचे तो कर्मचारी ने उनसे 100 रुपये शुल्क मांगा, जो दे दिया। लेकिन, कर्मचारी ने रसीद नहीं दी। रसीद मांगने पर कर्मचारी ने कहा कि वह यहीं जमा की जा रही है। कुछ देर बार अब्दुल गफ्फार खान से भी कर्मचारी ने प्रमाण पत्र का शुल्क लिया। उन्हें भी रसीद नहीं दी गई। बुधवार को करीब 30 से ज्यादा लोगों को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किया गया।
कहीं नहीं चस्पा है जानकारी
हैरानी की बात ये है कि अस्पताल प्रबंधन ने कहीं भी इस बात की जानकारी चस्पा नहीं की है कि मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र का शुल्क कहां और कितना जमा करना है। इसके चलते लोग कर्मचारियों की मनमानी का शिकार हो रहे हैं।
एक रुपये की पर्ची पर स्वास्थ्य परीक्षण
मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र के लिए एक रुपये की पर्ची लोगों को कटवानी पड़ती है। इसके बाद ही नेत्र, ईएनटी, मानसिक विभाग में स्वास्थ्य परीक्षण डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है। परीक्षण के बाद प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में कर्मचारी वजन और लंबाई का परीक्षण कर रहे हैं। निर्धारित मानक पूरे होने और सभी जांचे नार्मल होने पर ही फिटनेस प्रमाण पत्र जारी होता है। इन्होंने कहा--
मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र का शुल्क 68 रुपये लिया जा रहा है। इससे अधिक शुल्क लिया गया है, तो कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी। आरोप सही साबित होने पर कार्रवाई होगी।
पीके बंसल, प्रमुख अधीक्षक, पीएल शर्मा जिला अस्पताल
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