मेरठ में जोरदार बरसात के साथ मानसून का आखिरी माह शुरू, तड़के से बरस रहा पानी, कब तक रहेगा ऐसा मौसम
Meerut News मेरठ में मानसून के अंतिम महीने की शुरुआत भारी बरसात बारिश से हुई है। सुबह से लगातार हो रही बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है कई इलाकों में पानी भर गया है और बिजली गुल है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार ऐसा मौसम अगले दो-तीन दिन तक रहने का अनुमान है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। मानसून के आखिरी माह की शुरुआत जोरदार बरसात से हुई है। तड़के से लगातार पानी बरस रहा है। 85 मिलीमीटर बरसात साढ़े 11 बजे तक हो गई है। भारी बरसात से नाले और नालियों का पानी सड़कों और घरों में घुस रहा है। कई क्षेत्रों की बिजली भी गुल हो गई है।
मौसम विज्ञानियों की मानें तो एक सशक्त पश्चिम विक्षोभ और मानसून के संयुक्त प्रभाव से मौसमीय सिस्टम बन गया है। जिससे दिल्ली और एनसीआर और आसपास के इलाकों में लगातार वर्षा हो रही है। अभी यह सिस्टम दो-तीन दिन प्रभावी रहेगा।
पूरे मानसून सीजन में होने वाली बरसात का आंकड़ा 645 मिलीमीटर है जबकि 800 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हो चुकी है और सितंबर बाकी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार कम समय में अत्यधिक बरसात ज्यादा हो रही है। जून और अगस्त में आल टाइम बरसात का रिकार्ड बना है। 24 घंटे में तीन बार 100 मिलीमीटर से अधिक बरसात हो चुकी है। सितंबर की शुरुआत भी भारी बरसात के साथ हुई है। गन्ना, धान की फसलों के लिए बरसात अच्छी मानी जा रही है, लेकिन सब्जी विशेष रूप से बेल वाली सब्जियों के लिए यह नुकसानदेह है।
आठ दिन में हुई पूरे सीजन की 74 प्रतिशत बरसात
मानसून सीजन 2025 में 19, 30 जून, 10, 24, 30 जुलाई, 17,29 और 30 अगस्त को झमाझम बरसात देखने को मिली है। 564 मिलीमीटर बरसात इन आठ दिनों में हुई है जो अब तक हुई कुल बरसात 74 प्रतिशत है। इस तरह की कम समय में अधिक बरसात फायदे से कहीं अधिक परेशानी का कारण बनती है। निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का यह परिणाम है एक्सट्रीम मौसम की घटनाएं बढ़ रही हैं। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि सितंबर माह में भी अच्छी बरसात के आसार हैं।
अधिक बरसात वाले दिन
दिनांक | बरसात मिलीमीटर में |
30 जून | 120 |
30 अगस्त | 112 |
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