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    शूटिंग रेंज में टारगेट लगाने के लिए शासन ने दिए 27 लाख... मार्च 2026 तक पूरी होगी रेंज

    By Amit Tiwari Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Sun, 28 Dec 2025 01:29 PM (IST)

    मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बन रही आधुनिक शूटिंग रेंज के लिए शासन ने 27 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि स्वीकृत की है। इससे 51 अंतरराष्ट् ...और पढ़ें

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    कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनकर तैयार शूटिंग रेंज का भवन। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में विकसित की जा रही आधुनिक शूटिंग रेंज में टारगेट लगाने का रास्ता आखिरकार साफ हो गया है। लंबे इंतजार के बाद शासन ने शूटिंग रेंज में टारगेट लगाने के लिए अतिरिक्त धनराशि दी है। यह धनराशि जिला प्रशासन के माध्यम से मुहैया कराई जाएगी।

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    अब मार्च 2026 तक शूटिंग का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। इस रेंज के भवन का निर्माण अगस्त 2021 में शुरू हुआ था। इसे 8.65 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इससे मेरठ और आस-पास के क्षेत्रों के निशानेबाजों को बेहतरीन सुविधा व परिसर में निशाना साधने का अवसर मिलेगा। आने वाले वर्षों में उभरते निशानेबाजों के लिए यह शूटिंग रेंज गेमचेंजर साबित होने जा रही है।

    शूटिंग खेल में सटीकता, धैर्य और तकनीकी दक्षता को निखारने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के टारगेट्स अत्यंत आवश्यक माने जाते हैं। अब इस आवश्यकता को पूरा करते हुए शासन ने शूटिंग रेंज में 51 इंटरनेशनल स्टैंडर्ड टारगेट्स लगाने के लिए 27 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है, जिससे युवा शूटर्स को अपने ही शहर में विश्वस्तरीय अभ्यास का अवसर मिलेगा। इस शूटिंग रेंज में 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर के टारगेट लगाए जाएंगे।

    क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी जितेंद्र यादव के अनुसार, शूटिंग रेंज में आधुनिक टारगेट लगने से खिलाड़ियों को प्रतियोगिता जैसे माहौल में नियमित अभ्यास का अवसर मिलेगा। इससे न केवल खिलाड़ियों की तकनीक में सुधार होगा, बल्कि मानसिक तैयारी और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए बेहद जरूरी है। शूटिंग कोच अप्सरा चौधरी ने बताया कि यह शूटिंग रेंज दिल्ली की प्रतिष्ठित डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज की तर्ज पर बनाई गई है।

    अभी तक सीमित संसाधनों के कारण खिलाड़ियों को पर्याप्त अभ्यास का मौका नहीं मिल पाता था, लेकिन टारगेट लगने के बाद यहां एक साथ बड़ी संख्या में खिलाड़ी सहजता से अभ्यास कर सकेंगे। बताया कि वर्तमान में स्टेडियम में लगभग 55 बालक-बालिकाएं शूटिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिनमें कई खिलाड़ी सीमित सुविधाओं के बावजूद विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं। आधुनिक टारगेट की सुविधा उपलब्ध होने से यह संख्या 200 से अधिक तक पहुंचने की संभावना है।