यूपी के इस जिले में नींद में था स्कूल संचालक का परिवार, लाकर का ताला खोल दो लाख लेकर 'हिरन' फरार
Meerut News मेरठ के थापर नगर में स्कूल संचालक राजेश मित्तल के घर से एक नौकर दो लाख रुपये चुरा ले गया। परिवार के सोते समय नौकर ने अलमारी से चाबी निकालकर लाकर से नकदी निकाली और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर नौकर की तलाश शुरू कर दी है। उसे बिना सत्यापन के ही काम पर रखा गया था। सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिले हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। आरएन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, पल्लवपुरम के मालिक राजेश कुमार मित्तल के थापर नगर स्थित घर से बंगाली अनुचर (नौकर) ने दो लाख रुपये चोरी कर लिए। परिवार के लोग सुबह आठ बजे नींद में थे। सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि अनुचर ने अलमारी में रखी चाबी से लाकर का ताला खोला और नकदी लेकर निकल गया।
सदर बाजार थानाक्षेत्र के थापर नगर गली नंबर-3 में राजेश कुमार मित्तल का परिवार रहता है। उनके एक बेटे डा. अर्चित मित्तल नेफ्रोलाजिस्ट जबकि दूसरे उज्जवल मित्तल दवा कारोबारी हैं। राजेश मित्तल ने दिल्ली की तमंग कंपनी के जरिये अनुचर हिरन तिरके निवासी जलपाईगुड़ी (बंगाल) को हायर किया था। पुलिस से उसका सत्यापन नहीं कराया था। राजेश मित्तल की पत्नी दीप्ति मित्तल ने बताया कि तिरके ने 31 अगस्त से घर में काम शुरू किया था।
हालांकि उनके पास बिहार और बंगाल की दो महिला अनुचर पहले से हैं। तीन दिन में ही हिरन ने घर के बारे में सारी मालूमात हासिल कर ली। लाकर से रकम निकालकर सभी पारिवारिक सदस्य चाबी अलमारी में रखते थे।
हिरन ने चाबी रखने की जगह देख ली। बुधवार सुबह परिवार वाले नींद में थे। दीप्ति मित्तल उठ चुकी थीं। तभी मौका पाकर हिरन ने लाकर से दो लाख रुपये निकाल लिए और निकल गया। परिवार वालों को लाकर में दो लाख रुपये गायब मिले तो रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर अनुचर को तलाशा। पता न चलने पर सदर बाजार पुलिस को सूचना दी। सीओ नवीना शुक्ला मौके पर पहुंची। अनुचर की फोटो और सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली।
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि स्कूल संचालक के घर से भागे बंगाली अनुचर की तलाश में पुलिस की दो टीमें बनाकर लगा दी गई हैं। फुटेज के आधार पर देखा जा रहा है कि हिरन तिरके कहां गया है? साथ ही दिल्ली की कंपनी से भी संपर्क किया जा रहा है। बिना पुलिस वेरीफिकेशन के ही अनुचर को रखा गया था।
बिना वेरीफिकेशन नौकर रखना खतरनाक
जागरण संवाददाता, मेरठ।हम आमतौर पर अनुचरों को विश्वास के साथ घर में रख लेते हैं। यहां तक कि उनका पुलिस वेरिफिकेशन कराना भी उचित नहीं समझते जबकि पुलिस अनुचरों और किरायेदारों के वेरिफिकेशन पर हमेशा जोर देती है। राजेश मित्तल के घरेलू अनुचर हिरन के साथ भी यही हुआ। तिरके ने राजेश मित्तल के यहां तीन दिन पहले ही काम शुरू किया था। इन तीन दिन में उसने परिवार के सभी सदस्यों की गतिविधियों को बारीकी से देखा। कौन कहां उठता-बैठता है। चाबी जैसी महत्वपूर्ण चीजें कहां रखी जाती हैं, उसने इन सब बातों को भी नोटिस किया था।
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