डाक्टर ऐसी दवाएं लिखें जो हर जगह मिलें, मेरठ में बोले दवा व्यापारी इससे हमारे साथ-साथ मरीज भी परेशान
Meerut News रिटेल केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन ने आनलाइन दवा कारोबार का विरोध किया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि आनलाइन दवा कंपनियां नियम विरुद्ध दवाएं बेचने के काम में लगी हैं। सरकार को इन पर रोक लगानी चाहिए। कहा कि अधिकांश डाक्टर अपने क्लीनिक में ही मेडिकल स्टोर चलाते हैं और वही दवा लिखते हैं जो केवल उन्हीं के स्टोर पर मिलती है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रिटेल केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने गुरुवार को साफ किया कि अब वह लोग किसी भी कीमत पर आनलाइन दवा का कारोबार नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि अधिकतर डाक्टरों अपने ही क्लीनिक और अस्पतालों में मेडिकल स्टोर बनाए हुए हैं। वह वही दवाई मरीजों को लिखते हैं जो उनके ही मेडिकल पर मिलती हैं. दूसरे स्थान पर नहीं मिलती हैं। डाक्टरों का इस तरह से दवा बेचना मरीज और व्यापारियों दोनों के हित में नहीं है। इससे दोनों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है। नियम यह बनना चाहिए कि हर डाक्टर ऐसी दवाई लिखे जो सभी मेडिकल स्टोर पर मिले, जिससे मरीज कहीं से भी दवाई खरीद सकें।
मयूर होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने कहा कि एक मेडिकल स्टोर वाले के लिए नियम है कि उसे फार्मासिस्ट भी रखना होगा, बिना डाक्टर के पर्चे के दवाई नहीं देगा, यदि कोई ऐसा करता हुआ नहीं पाया जाता तो उसका लाइसेंस निरस्त किया जाता है।
गोपाल अग्रवाल ने कहा कि हमारी सरकार से लगातार मांग रहेगी उन डाक्टरों के ऊपर नियंत्रण जरूर किया जाए जो अपनी दवा बनवाकर रोगियों को आर्थिक रूप से ठग रहे हैं और शारीरिक-मानसिक पीड़ा भी दे रहे हैं।
आनलाइन दवाई बेचने वालो के पास कोई फार्मासिस्ट नहीं होता है, इसके बावजूद कई कम्पनी धड़ल्ले से इस कारोबार को कर रही हैं, मांग की गई कि इन सभी कंपनियों से दवाई का आनलाइन कारोबार बंद कराया जाए। आनलाइन दवा कम्पनियां के माध्यम से प्रतिबंधित दवाओं के कारोबार का उन्होंने आरोप लगाया। कहा कि इनसे युवा नशे के आदी हो रहे हैं। संगठन पहले अधिकारियों से ये सब बंद करने की मांग करेगा, इसके बाद सीधे सरकार से मांग करेंगे, यदि फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
जेल में बंद पूर्व प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी की अलमारी का खोला ताला
जागरण संवाददाता,मेरठ। कान्हा उपवन प्रकरण में जेल में बंद पूर्व प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह की एक अलमारी का ताला बुधवार को नगर निगम की कमेटी ने खोला। ताला खोलने के वक्त वीडियोग्राफी भी कराई गई। अभी दो अलमारियों का ताला खोलना बाकी है।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार के आदेश पर सहायक नगर आयुक्त शरद पाल और लेखाकार सतीश कुमार की कमेटी बनाई गई थी। दोपहर एक बजे कमेटी ने ताला खोला है।
नगर निगम स्थित नगर स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में तीन अलमारी हैं। एक अलमारी खोली गई। जिनसे पत्रावलियां निकाली गई हैं। अलमारी में कान्हा उपवन के भूसा-पशु आहार खरीदने से संबंधित की फाइलें, कूड़ा प्रबंधन, डेरियों के चालान से संबंधित फाइलें रखीं हैं। वीडियोग्राफी के साथ फाइलों की सूची तैयार की जा रही है। इनकी गणना कर रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपी जाएगी। इस दौरान वर्तमान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अमर सिंह भी मौजूद रहे।
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