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    Meerut : आपराधिक रिकार्ड वाले कर रहे विदेश यात्रा, पासपोर्ट जांच रिपोर्ट लगाने वाले दारोगाओं को बचा रहे अफसर

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 08:06 PM (IST)

    Meerut News मेरठ में सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। आरोप है कि कुछ दारोगाओं ने अपराधियों के आपराधिक रिकार्ड को छिपाकर उनके पासपोर्ट जारी करवाने में मदद की। इनमें से दो आरोपित विदेश यात्रा भी कर चुके हैं। जांच के बाद पासपोर्ट निरस्त कर दिए गए हैं।

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    पासपोर्ट जांच रिपोर्ट लगाने वाले दारोगाओं को बचा रहे अफसर

    जागरण संवाददाता, मेरठ : लारेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों के फर्जी पासपोर्ट का पर्दाफाश होने के बाद भी पुलिस नहीं सुधर पा रही हैं। सीएम पोर्टल पर शमीम चौधरी की तरफ से हुई शिकायत की जांच में पुलिस का बड़ा खेल उजागर हुआ हैं। कोतवाली, देहलीगेट, नौचंदी और लोहियानगर पुलिस ने चार आपराधिक रिकार्ड वालों के पासपोर्ट जारी करा दिए।

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    आरोप है कि सेटिंग कर उनका आपराधिक रिकार्ड छिपाते हुए रिपोर्ट लगा दी गई। आपराधिक रिकार्ड वाले जुनैद और दानिश पासपोर्ट पर विदेश यात्रा भी कर चुके हैं। मामले से पर्दा उठने पर आनन फानन में पुलिस ने सभी के पासपोर्ट जमा कर निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेज दी है। जांच रिपोर्ट लगाने वाले दारोगाओं को बचाने के लिए अभी तक भी आरोपितों पर मुकदमा नहीं हुआ है।

    जांच रिपोर्ट में मिला अपराधिक रिकार्ड

    दानिश सैफी के पासपोर्ट की जांच सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने की। उनकी जांच रिपोर्ट पर दानिश का पासपोर्ट निरस्त कर दिया। जुनैद के पासपोर्ट की जांच सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने की है। उनकी जांच में आपराधिक रिकार्ड मिलने पर जुनैद का पासपोर्ट जमा किया और निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी।

    शादाब के पासपोर्ट की जांच पटेल नगर चौकी प्रभारी अखिलेश यादव ने की है। शादाब का आपराधिक रिकार्ड सामने आने पर निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी। इसी तरह से वकार चौधरी के पासपोर्ट की जांच फफूंडा चौकी प्रभारी अजय प्रताप ने की। उनकी जांच में अपराधिक रिकार्ड मिलने पर निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी गई।

    मुकदमे से हाथ खींच रहे अफसर

    आपराधिक रिकार्ड होने के बाद भी पासपोर्ट जारी हो गया। ऐसे में साफ है कि यहां कोई भी आकर पासपोर्ट बनवा सकता है। उसके बाद भी सेटिंग कर जांच रिपोर्ट लगाने वाले दारोगाओं की गर्दन बचाने में अफसर जुटे हुए हैं। यही कारण है कि अभी तक आरोपितों के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। 

    ईरा गार्डन निवासी शमीम चौधरी ने इस बाबत सीएम पोर्टल पर शिकायत की है। बुधवार को उन्होंने एसएसपी के सामने पेश होकर चारों आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुकदमे और निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।