फर्जी नौसेना अधिकारी ने सोशल मीडिया पर दोस्ती की, फिर PhD छात्रा को लगाया 5.36 लाख का चूना
दिल्ली के एक युवक ने खुद को नौसेना अधिकारी बताकर मेरठ की एक पीएचडी छात्रा से 5.36 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी ने छात्रा से शादी का प्रस्ताव रखा और ऋषिकेश ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। बाद में उसने बहन की शादी के बहाने उससे पैसे लिए। एक अन्य घटना में ऑनलाइन कमाई के लालच में एक व्यक्ति से 53 हजार रुपये ठगे गए।

जागरण संवाददाता, मेरठ। दिल्ली निवासी एक युवक ने खुद को नौसेना अधिकारी बताकर पीएचडी की छात्रा से 5.36 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
शास्त्रीनगर निवासी छात्रा ने एसएसपी कार्यालय में दिए पत्र में बताया था कि वह बुलंदशहर की रहने वाली है। मेरठ में रहकर पीएचडी कर रही है। 14 मार्च को एक वैवाहिक वेबसाइट पर उसकी बातचीत दिल्ली के डिफेंस एन्क्लेव गोला ताजपुर निवासी रोहित कुमार से हुई थी।
आरोपित ने खुद को नौसेना अधिकारी बताकर शादी का प्रस्ताव रखा। वाट्सएप पर दोनों में बातचीत होने लगी। आरोपित ने नौसेना की वर्दी में अपने फोटो व फर्जी आईडी कार्ड छात्रा के पास भेजे। आरोपित ने अपने माता-पिता की मौत होने और बहन क नाना के पास रहने की बात कही थी।
आरोपित 24 मार्च को ऋषिकेश में सरकारी काम से जाने की बात कहकर उसे अपने साथ ले गया था। होटल में उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध पर आरोपित ने अपनी गलती मान ली। इसके बाद उसने अपने दोस्त अर्पितराज से उसकी मुलाकात कराई।
आरोपित ने बहन की शादी के लिए गहने बनवाने की बात कहते हुए उससे 5.36 लाख रुपये उधार लिए। नंबर बंद आने लगा तो उसने आरोपित के दोस्त से संपर्क किया। पता चला कि आरोपित ने नौसेना की वर्दी में अपना फर्जी आइकार्ड बनवा रखा है और उसके मां-बाप भी जिंदा है।
आरोपित के स्वजन से मिली तो उन्होंने हत्या की धमकी दी। साइबर सेल ने एसएसपी के आदेश पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
आनलाइन कमाई का लालच देकर 53 हजार ठगे
मेरठ : भावनपुर पुलिस को दी तहरीर में गढ़ रोड स्थित ज्ञानकुंज कालोनी निवासी संदीप राणा ने बताया कि 25 जून को उनके वाट्सएप पर एक मैसेज आया कि आनलाइन पैसा कमाना चाहते हैं तो हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ें। वह टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ गया।
साइबर अपराधियों ने उससे कुछ टास्क कराए और विभिन्न खातों में 53 हजार रुपये जमा कराए। पीड़ित ने अपने रुपये निकालने का प्रयास किया तो उससे और रकम जमा करने को कहा। सीओ सदर देहात शिवप्रताप सिंह ने बताया कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर कराई गई है, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है।
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