Meerut News : प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह गिरफ्तार, गबन और पशुक्रूरता अधिनियम में मुकदमा दर्ज
Meerut News मेरठ के कान्हा उपवन में गोवंश की भूख से मौत के मामले में नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह और पूर्व केयर टेकर भारत पर गबन और पशु क्रूरता का मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने डा. हरपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। परतापुर स्थित कान्हा उपवन गोशाला में भूख से मृत गोवंश के मामले में नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह और पूर्व केयर टेकर भारत पर सरकारी धन के गबन और पशुक्रूरता अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल लाइन पुलिस ने सरकारी आवास से डा. हरपाल सिंह को सोमवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया। अदालत ने सुनाई के बाद डाक्टर हरपाल को जेल भेज दिया।
यह है मामला
परतापुर स्थित कान्हा उपवन में करीब 2300 गोवंश हैं। बताया जाता है कि गोशाला के एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था। उक्त वीडियो में गोवंश की दुर्दशा दिखाई गई। इसी वीडियो को आधार बनाकर डीएम वीके सिंह और नगर आयुक्त ने मामले की अलग अलग जांच को कमेटी बनाई। डीएम की जांच कमेटी अपर जिला अधिकारी नगर एवं मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी और नगर आयुक्त की जांच कमेटी में अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता एवं मुख्य नगर लेखा परीक्षक को रखा गया।
दोनों जांच कमेटी की रिपोर्ट में पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी एवं प्रभारी कान्हा उपवन गोशाला डा. हरपाल सिंह और पूर्व केयर टेकर भारत को दोषी पाया गया। जांच में बताया गया कि कान्हा उपवन में कुल सात शेड में से पांच शेड में हरा चारा मिला है। दो शेड में चारा नहीं था।
गोवंश के लिए सिर्फ चौकर मिला
गोवंश के लिए सिर्फ चौकर मिला, दाना वहां पर मिला ही नहीं। डा. हरपाल के चार्ज ग्रहण करने के बाद 2024, 2025 के गौशाला रजिस्टर के अवलोकन में अप्रैल 2024 से मार्च, अप्रैल, मई और जून 2025 तक के पशु आहार को चेक ही नहीं किया गया। अतिरिक्त पशु आहार का कोई बिल नंबर अंकित नहीं किया गया, जबकि अप्रैल-2024 से मार्च-2025 तक का भुगतान भी कर दिया गया।
अप्रैल से जून 2025 तक का भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। जांच में स्पष्ट कर दिया कि डाक्टर हरपाल सिंह की बड़ी लापरवाही सामने आई है। लोक सेवक होने की दशा में सरकारी संपत्ति का गबन किया गया। सामग्री का भी कोई रिकार्ड नहीं मिला है, जबकि प्रभारी गौशाला की जिम्मेदारी होती है। जांच में सामने आया कि डाक्टर हरपाल ने निजी लाभ के लिए ऐसा किया है।
सफाई एवं खाद्य निरीक्षक एवं प्रभारी अधिकारी कान्हा गौशाला कुलदीप कुमार की तरफ से डा. हरपाल और पूर्व केयर टेकर भारत पर सरकारी धन में गबन और पशुक्रूरता अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोमवार की देर रात डाक्टर हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार की शाम को उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से हरपाल सिंह को जेल भेज दिया है।
एसएसपी डा. विपिन ताडा कहना है कि सफाई व खाद्य निरीक्षक की तहरीर पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया। शाम को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है। साथ ही केयर टेकर भारत की गिरफ्तारी को पुलिस टीम लगा दी गई है।
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