Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Meerut : नहीं सुधरे अधिकारी, खेल विश्वविद्यालय के निर्माण में देरी, बोले मंत्री- अब यह सब नहीं होगा बर्दाश्त

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 02:58 PM (IST)

    Meerut News खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने सरधना के सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। कार्य की धीमी गति पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को फटकार लगाई। गौरलतब है कि कार्य में विलंब पर निर्माण कार्य कर रही संस्था पर छह करोड़ की पेनल्टी लग चुकी है।

    Hero Image
    खेल एवं युवा कल्याण विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया

    जागरण संवाददाता, सरधना (मेरठ)। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने शुक्रवार को मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। कार्य धीमी गति से चलने पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने दो टूक कहा कि किसी भी कीमत पर धीमी गति से चल रहे इस कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खेल एवं युवा कल्याण विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस परिसर में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले डीएम वीके सिंह व खेल विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल दीप अहलावत सहित अन्यों के साथ निर्माण कार्यां का निरीक्षण किया।

    उन्होंने प्रशासनिक व एकेडमिक ब्लाक का जायजा लिया। इस पर अधिकारियों ने बताया कि अभी तक ओवरआल 68 प्रतिशत कार्य हुआ है। जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई। बताया कि मई माह में निरीक्षण के दौरान भी यही स्थिति थी। अभी तक कार्य को कोई रफ्तार नहीं दी गई है।

    लेबर की संख्या ना बढ़ाने पर असंतोष प्रकट किया

    जब पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन हितेंद्र सिंह से निर्माण कार्य के बारे में पूछा तो उन्होंने दीवारों पर पुट्टी होने की बात कही। इस पर राज्यमंत्री ने उन्हें कड़ी फटाकार लगाई। साथ ही लेबर की संख्या भी ना बढ़ाने पर असंतोष प्रकट किया। बताया कि जब फंडिंग समय से हो रही है तो काम समय से पूरा क्यों नहीं हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने हास्टल और रेसिडेंस थ्री का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वह सिंचाई विभाग के परिसर में बने कार्यालय में पहुंचे।

    जहां पर उन्होंने प्रशासनिक व पीडब्ल्यूडी तथा कार्यदायी संस्था दीपांशु प्रमोटर एंड बिल्डर्स के अधिकारियों के साथ बैठक की। 

    अधिकारियों व कर्मचारियों की एक माह की उपस्थिति की शीट भी चेक की

    इस दौरान बैठक में साइट पर ड्यूटी के दौरान मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों की एक माह की उपस्थिति की शीट भी चेक की। साथ ही अन्य अफसरों को पंचिंग मशीन भी चेक करने के लिए कहा। इसके अलावा हर बिल्डिंग में 15 दिन व एक माह में क्या कार्य होगा। उस लक्ष्य को निर्धरित करने के लिए निर्देश दिए। जब वह चले गए। इस पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

    निरीक्षण करते रहे फटकार लगाते रहे

    राज्य मंत्री ने सबसे पहले प्रशासनिक व एकेडमिक भवन का निरीक्षण किया। इसके बाद हास्टल और रेसिडेंस थ्री में हुए निर्माण को भी देखा। इस दौरान वह लगातार अधिकारियों को फटकार लगाते रहे। रेसिडेंस के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को यह भी हिदायत दी कि एक पेपर पर लिखकर दीजिए। कब तक कौनसा कार्य पूरा हो जाएगा।

    29 अगस्त से हो सकता है सत्र का शुभारं

    राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि 29 अगस्त से सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय से संबंद्ध कर कक्षाएं चलाने का विचार किया जा रहा है। निर्णय होने पर ही पूर्ण रूप से बताया जाएगा। 

    कार्य विलंब में विलंब पर लग चुकी है छह करोड़ की पेनल्टी

    पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन हितेंद्र सिंह ने बताया कि अब तक कार्य विलंब होने पर निर्माण कार्य कर रही संस्था दीपांशु प्रमोटर एंड बिल्डर्स पर छह करोड़ रुपये की पेनल्टी लग चुकी है। अगर तय तिथि के अनुसार हैंड ओवर नहीं किया। इस पर तीन करोड़ की पेनल्टी और लगाई जा सकती है, क्योंकि हैंडओवर होने के बाद तीन माह ट्रायल पर रहेगा।