Meerut News: पुलिसकर्मी बनकर बंगाली कारीगर से 55 लाख का सोना उड़ाया, ऐसे पकड़े गए जालसाज
मेरठ के सोहराब गेट इलाके में पुलिस बनकर बदमाशों ने एक बंगाली कारीगर से लगभग 55 लाख रुपये के सोने और धातु के आभूषण लूट लिए। कारीगर बिजनौर के चांदपुर से आभूषण लेकर आ रहा था। घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस को ईरानी गिरोह पर शक है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। सोहराब गेट पुलिस चेक पोस्ट के समीप पुलिसकर्मी बनकर बंगाली कारीगर का बैग उड़ा दिया। बैग में 7.2 ग्राम सोने और मेटल के आभूषण भरे हुए थे। उनकी कीमत करीब 55 लाख बताई जा रही हैं।
हालांकि कारीगर ने सोने का वजन और कीमत बताने से इन्कार कर दिया। कारीगर यह आभूषण बिजनौर के चांदपुर स्थति सर्राफ से लेकर आए थे।
बदमाशों के चले जाने के बाद कारीगर ने अपने दोस्त को मामले की जानकारी दी। यूपी-112 पर काल करने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। कारीगर से पूछताछ के बाद मौके की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की तलाश की जा रही है।
कोलकाता के कारीगर दिलावर अली पिछले छह साल से मेरठ के घंटाघर पर रहते हैं। शहर सराफा नील की गली में दिलावर ज्वेलर्स के नाम से उनकी दुकान हैं। दिलावर सोने के आभूषण बनाने का काम करता हैं।
पिछले तीन साल से ही बिजनौर के चांदपुर स्थित कान्हा आर्नामेंटस के मालिक दीपू के आभूषण बनाने का काम भी करता आ रहा हैं। दिलावर अली ने बताया कि मंगलवार को अपने दोस्त राजेश मलिक के साथ स्कूटी पर सवार होकर चांदपुर गया था।
वहां से दीपू के पुराने सोने और मेटल के आभूषण बैग में रखकर ठीक करने के लिए मेरठ वापस आ रहा था। राजेश और दिलावर स्कूटी पर सवार होकर चांदपुर से निकले। गजरौला से गढ़मुक्श्तेवर होते हुए मेरठ पहुंच गए। सोहराब गेट बस स्टैंड पर राजेश ने दिलावर को स्कूटी से उतार दिया।
वहां से घंटाघर के लिए आटो पकड़ने के लिए दिलावर अली पैदल आटो की तरफ जा रहे थे। इसी बीच सादी वर्दी में एक व्यक्ति आया। सोहराब गेट पुलिस चेक पोस्ट के समीप दिलावर को रोक लिया। उसने खुद को पुलिसकर्मी बताकर दिलावर को तलाशी देने के लिए कहा और उसका बैग ले लिया।
उसके बाद दिलावर को बताया कि उसे थाने लेकर जा रहा था। तभी सामने से एक बाइक पर सवार होकर उसका साथी आया और दोनों बैग लेकर बाइक पर बैठ कर निकल गए।
उसके बाद दिलावर ने यूपी-112 को मामले की जानकारी दी। पीआरवी के साथ नौचंदी पुलिस और सीओ एवं एसपी सिटी भी मौके पर पहुंच गए। थाने लाकर दिलदार से पूछताछ की गई। उसके बाद पुलिस की तीन टीमें लगाकर बदमाशों की धरपकड़ शुरू कर दी गई।
ईरानी गिरोह ने दिया वारदात को अंजाम
सर्राफ का आरोप है कि वारदात को ईरानी गिरोह ने अंजाम दिया है। उससे पहले भी पुलिसकर्मी बनकर ईरानी गिरोह देहलीगेट में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। जेल से जमानत पर ईरानी गिरोह के सदस्य छूट चुके है, वह ही पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग कर सोना लूट लेते थे।
कारीगर से पुलिसकर्मी बनकर बैग उड़ाया गया है। प्रथम जांच में घटना संदिग्ध लग रही है, उसके बाद भी पुलिस ने तत्काल कारीगर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें बनाकर लगा दी गई है। जल्द ही वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
आयुष विक्रम सिंह, एसपी सिटी
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