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    मेरठ आ रहा है विश्व का सबसे बड़ा घुमंतू फिल्म फेस्टिवल.... बड़ों के साथ-साथ बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 05:17 PM (IST)

    Meerut News जागरण फिल्म फेस्टिवल का आयोजन मेरठ में तीन से पांच अक्टूबर तक होगा। दिल्ली रोड स्थित शाप्रिक्स माल के वेब सिनेमा हाल में यह महोत्सव होगा। देश-विदेश की चुनिंदा लघु और फीचर फिल्मों के साथ-साथ चर्चित निर्देशक व निर्माताओं की उपस्थिति और उनसे संवाद इस महोत्सव को यादगार बनाएंगे।

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    मेरठ आ रहा है विश्व का सबसे बड़ा घुमंतू फिल्म फेस्टिवल

    जागरण संवाददाता, मेरठ। जागरण फिल्म फेस्टिवल 2025 का शुभारंभ मेरठ में होने जा रहा है। सिनेप्रेमियों के लिए यह केवल एक फेस्टिवल नहीं, बल्कि विश्व सिनेमा की अनूठी झलकियों से परिचित कराने का सुनहरा अवसर है। देश-विदेश की चुनिंदा लघु व फीचर फिल्में, चर्चित निर्देशक-निर्माताओं की उपस्थिति और संवाद सत्र इस महोत्सव को यादगार बनाएंगे। मनोरंजन से आगे बढ़कर यह आयोजन दर्शकों को कला, संस्कृति और समाज की नई परतों से परिचित कराएगा।

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    जहां हर फिल्म एक विचार, एक अनुभव और एक प्रेरणा बनकर सामने आएगी। फिल्म संसार में करियर तलाश रही प्रतिभाओं को यहां मार्गदर्शन मिलेगा।

    दैनिक जागरण और रजनीगंधा की ओर से इस घुमंतू फेस्टिवल का आयोजन तीन से पांच अक्टूबर तक होगा। फेस्टिवल का शुभारंभ भारतीय फीचर फिल्म हिस्ट्री आफ इतिहास से होगी। 144 मिनट की इस फिल्म में निर्देशक मनप्रीत धामी ने तर्क और आधुनिकता की सोच रखने वाले विज्ञान शिक्षक के माध्यम से कहानी को आगे बढ़ाते हैं। यह फिल्म यह प्रश्न सुलझाने का प्रयास करती है कि कौन निर्णय करता है कि सच क्या है।

    इन फिल्मों की यहां होगी स्क्रीनिंग

    अगर मगर किंतु-परंतु : फिल्म फेस्टिवल में फीचर फिल्म अगर-मगर किंतु-परंतु की स्क्रीनिंग होगी। 111 मिनट की इस फिल्म का निर्देशन गौतम सिद्धार्थ ने किया है।

    फुले : इस फिल्म को रजनीगंधा अचीवर्स श्रेणी में रखा गया है। अनंत महादेवन निर्देशित 129 मिनट की है।

    पापाज फिल्म : इस फिल्म से फेस्टिवल का समापन होगा। पृथ्वीराज गुप्ता निर्देशित यह फीचर फिल्म 97 मिनट की है।

    इन फिल्मों का भी होगा प्रदर्शन

    -आदि, इल्लम, केलू दा ढाबा, बिसी बेले भात, अनकहे ख्वाब,ब्राउन, वेस्ट टू वेल्थ,टू मच वाटर, रूबरू, सांग्स आफ पैराडाइज,मकड़ी, सक्षम, पार्वती बाउल,चाप-चाप,फ्रिज खराब है, थ्रीबीएचके, थुनाई, एक्रास दी रीवर,फाइंडिंग नाबी, दी गारलैंड आफ घुघुटी,

    इस बार बच्चाें को समर्पित होगा सुबह का सत्र

    इस फेस्टिवल में अधिकांश फिल्में 18 वर्ष से अधिक आयु के दर्शकों के लिए हैं लेकिन महोत्सव सुबह के समय में बच्चों के लिए एक विशेष सत्र होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस फेस्टिवल की टैगलाइन है सभी के लिए अच्छा सिनेमा। बच्चों के लिए लघु फिल्में, एनिमेशन, फीचर फिल्में जो उन विषयों को छूती हैं जिनसे बच्चे स्वाभाविक रूप से जुड़ते हैं यानी दोस्ती, रोमांच, कल्पनाशीलता, साहस और सहानुभूति। यह फेस्टिवल परिवार के अनुकूल फिल्मों की स्क्रीनिंग को प्रोत्साहित करता है। उन फिल्म निर्माताओं काे आमंत्रित करता है जो सार्थक सिनेमा तैयार करते हैं।