बरेली में पकड़े गए साइबर ठग अमान और महफूज से मिला अलाउद्दीन का कनेक्शन, गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ भी लगी पीछे
बरेली में पकड़े गए साइबर ठगों से अलाउद्दीन मलिक का कनेक्शन सामने आया है जो कई राज्यों में करोड़ों की ठगी में शामिल है। वह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है और एसटीएफ को उसकी तलाश है। उसने 250 से ज्यादा खाते खोले और करोड़ों की रकम ट्रांसफर की। पुलिस ने पेट्रोल पंप मालिक को नहीं पकड़ा जबकि रकम उनके खाते में आई थी।

जागरण संवाददाता, मेरठ। बरेली में पकड़े गए साइबर ठगों अमान और महफूज से भी अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक का कनेक्शन मिला है। कई राज्यों के लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोपित अलाउद्दीन अब तक लिसाड़ी गेट थाना पुलिस के हाथ नहीं लगा है। अब उसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टास्क फोर्स लखनऊ (एसटीएफ) को भी लगा दिया गया है। अलाउद्दीन के भाई नदीम का लोहियानगर पुलिस के साथ पार्टी करते वीडियो भी प्रसारित हो चुका है। वहीं उमर पेट्रोल पंप के मालिक पर भी पुलिस मेहरबान बनी हुई है, जबकि ठगी की रकम पंप के खातों में आई थी।
लखनऊ एसटीएफ ने बरेली में तीन साइबर ठगों को पकड़ा है, जो साइबर ठगी करने वाले आरोपितों को अपना बैंक खाता बेचते थे। पूछताछ में लखनऊ के महफूज और बरेली के अमान से मेरठ के अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन का कनेक्शन सामने आया।
अलाउद्दीन भी साइबर ठगी की रकम डलवाने के लिए 250 से ज्यादा बैंक खाते खोल चुका है। उनमें साइबर ठगी की करोड़ों की रकम ट्रांसफर कराई गई थी। इस रकम को हापुड़ रोड स्थित उमर पेट्रोल पंप के खातों में ट्रांसफर कर निकाला गया था, लेकिन पुलिस ने उमर पंप के मालिक को नहीं पकड़ा है। अलाउद्दीन पर 25 हजार का इनाम घोषित होने के साथ ही वारंट भी जारी हो चुका है।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला था कि साइबर ठगी की रकम से अलाउद्दीन बिजली बंबा मार्ग पर करोड़ों की संपत्ति खरीद चुका है। एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि विवेचना में अलाउद्दीन से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आ रहे हैं। कांवड़ यात्रा के बाद पुलिस की टीमें लगाकर अलाउद्दीन को पकड़ा जाएगा।
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