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    गुजरात ATS की पकड़ में आया मेरठ का जीशान बेहद शातिर, अपहरण का नाटक कर परिवार से ही मांगी थी दस लाख फिरौती

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 02:05 PM (IST)

    Meerut News गुजरात एटीएस ने बुधवार को अलकायदा से जुड़े आतंकी माड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया। विभिन्न राज्यों से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। चारों संदिग्ध इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर जिहादी प्रचार के वीडियो सहित कट्टरपंथी व भड़काऊ सामग्री साझा करने में शामिल थे। गिरफ्तार लोगों में मेरठ के गांव ललियाना का निवासी जीशान अली भी शामिल है।

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    गुजरात ATS की पकड़ में आया मेरठ का जीशान

    जागरण संवाददाता, मेरठ। गुजरात एटीएस की पकड़ में आया गांव ललियाना का जीशान बेहद शातिर दिमाग है। आठ माह पहले वह आनलाइन गेम एविएटर में 10 लाख रुपये हार गया था। कर्ज चुकाने को उसने अपने ही अपहरण का नाटक किया। स्वजन से दस लाख की फिरौती मांग ली। मामले का राजफाश हुआ तो स्वजन ने उसे घर से बेदखल कर दिया।

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    पुलिस ने पिता से की पूछताछ

    पिता का कहना है कि जीशान की चारित्रिक व आपराधिक गतिविधियों के कारण उन्होंने उससे दूरी बनाते हुए बेदखल कर दिया था। गुजरात एटीएस द्वारा जीशान को पकड़ने के बाद बुधवार को किठौर थाने की ललियाना चौकी प्रभारी अवधेश कुमार ललियाना गांव में उसके घर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के अलावा उसके पिता आसिफ अली से पूछताछ की। घर पर केवल आसिफ व जीशान की सबसे छोटी बहन मिली।

    शुरू से ही संदिग्ध व अपराधियों जैसी थी गतिविधि

    आसिफ ने बताया, बुधवार सुबह इंटेलीजेंस के अधिकारियों ने भी फोन पर उससे बातचीत की थी। उन्होंने जीशान के बारे में जानकारी की। ग्रामीणों ने बताया कि जीशान पढ़ने में ठीक था। उसने नवोदय विद्यालय सरधना से इंटर किया था। इसके बाद वह गांव में रहने लगा। जीशान के दो भाई टाइल्स-पत्थर लगाने और दो इलेक्ट्रीशियन का काम करते हैं।

    ये चारों पिता के साथ गांव में ही रहते हैं। एक भाई सुहेल गांव की लड़की को लेकर चला गया था। बाद में उससे शादी कर ली थी। उसे भी पिता ने बेदखल कर दिया था। जीशान शुरू से ही खर्चीला था तथा उसकी गतिविधि संदिग्ध व अपराधियों जैसी थी। बेदखली के बाद वह गांव नहीं आया है। जीशान के आतंकी गतिविधि में पकड़े जाने पर ग्रामीण चुप रहे तथा बातचीत करने से बचते रहे।

    डेढ़ वर्ष पहले गुजरात पुलिस ने की थी चाचा से पूछताछ

    गांव में डेढ़ साल पहले गुजरात पुलिस ने दबिश दी थी। उस दौरान जीशान के एक चाचा से पूछताछ की गई थी। बताया गया कि गुजरात पुलिस ने नकली नोट के मामले में घंटों पूछताछ की थी। जीशान की कट्टरपंथी विचारधारा थी। वह दोस्तों से इस बारे में बातचीत करता रहता था। उससे दोस्त भी दूरी बनाकर रखते थे।