जिंदगी का अभयदान देने वाले 'देवदूतों' को नमन, MP अरुण गोविल ने मेरठ के डाक्टरों के बारे में कही बड़ी बात
Meerut News मेरठ में दैनिक जागरण ने जागरण मेडिको मार्वेल्स कार्यक्रम में शहर के 33 प्रतिष्ठित चिकित्सकों को सम्मानित किया। सांसद अरुण गोविल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मेरठ के बराबर प्रतिभा संपन्न चिकित्सक किसी अन्य समानांतर शहर में होंगे यह मेरठ का सौभाग्य है। चिकित्सकों ने इस सम्मान को अविस्मरणीय बताया और दैनिक जागरण के प्रयासों की सराहना की।

जागरण संवाददाता, मेरठ। जीवन बहुत बहुत अनमोल है और इसकी सुरक्षा और सम्मान की अनुभूति हमें कराते हैं चिकित्सक। वो धरती के भगवान के रूप में हमें सेहत का अभयदान और वरदान देते हैं। अस्पताल में भर्ती किसी एक मरीज की आंखों में झांकिए या उसका चेहरा पढ़िए...जिसे सुनाई पड़ता है कि डाक्टर साहब आ गए। वो तमाम दुश्चिंताओं से मुक्त होकर सेहतमंद जिंदगी के प्रति आश्वस्त होने लगता है।
दैनिक जागरण ने रविवार को ऐसे ही कुशल चिकित्सकों को सम्मानित किया, जो मरीजों की जिंदगी में आशा का प्रकाश जगाते हैं। जो विषम परिस्थितियों में भी मानवता की सेवा को सबसे बड़ा धर्म मानें। कभी विचलित न हों। एक शिक्षक की तरह समाज में स्वास्थ्य के संदेश का दीप जलाएं।
रविवार को होटल ब्रावुरा में आयोजित ‘जागरण मेडिको मार्वेल्स’ समारोह में शहर के 33 डाक्टरों को सम्मानित करने का क्रम शुरू हुआ। यह सिर्फ कार्यक्रम नहीं, बल्कि समर्पण-सेवा और मानवता के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के भावुक पल थे। डाक्टरों को जब मंच पर आमंत्रित किया गया तो उनकी प्रतिष्ठा में सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
हर मुस्कान एक उम्मीद की किरण बनकर उभरी
हर मुस्कान एक उम्मीद की किरण बनकर उभरी। कार्यक्रम में आए सांसद अरुण गोविल, मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संजय कुमार मीणा, लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता, उप प्राचार्य डा. ज्ञानेश्वर टांक, आइएमए अध्यक्ष डा. अनुपम सिरोही ने सभी डाक्टरों को सम्मानित किया। सम्मान के लिए जब मंच पर सबसे सीनियर डाक्टर संदीप मित्थल को आमंत्रित किया गया तो उनकी प्रतिष्ठा में पूरा हाल तालियों से गूंज उठा।
संस्कारों की दिखी भावुक विरासत
संस्कारों की ऐसी भावुक विरासत देखिए कि मंच से उतरने के दौरान डा. संदीप मित्थल के हाथ की ट्राफी उनके छोटे भाई वरिष्ठ फिजिशियन डा. राहुल मित्थल ने थाम ली और उनका चरण स्पर्श कर आशीर्वाद भी लिया। सीनियर न्यूरोफिजीशियन डा. विनोद अरोड़ा के भी सम्मान में कई चिकित्सक उन्हें मंच तक ले गए और सम्मान प्राप्त करने के बाद साथ-साथ सीट पर ले आए। डा. अरोड़ा ने इसे अविस्मरणीय अनुभव कहा।
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच रहा गर्मजोशी का वातावरण
एक सहज और सरज मुस्कान के साथ डा. राहुल मित्थल मंच की ओर बढ़े तो उनकी भतीजी व नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. कोपल मित्थल ने खूब फोटो खींचा। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच गर्मजोशी का वातावरण बढ़ता गया। सीनियर कार्डियोलोजिस्ट डा. राजीव अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से एक सकारात्मक वातावरण बनता है जिसका लाभ पूरे समाज को होता है। अच्छी मनोदशा बनती है और परिणाम बेहतर होता है।
सीनियर गैस्ट्रोएंट्रोलाजिस्ट डा. मलय शर्मा दिल्ली से लौटते हुए कार्यक्रम में पहुंचे और अंत तक बने रहे। उन्होंने कहा कि मेरठ की चिकित्सीय विरासत को अपने शहर से लेकर देश-दुनिया में सम्मान मिल रहा है जिसकी सबसे बड़ी वजह है हमारा आपस में सम्मान एवं समन्वय, जिससे हम ज्यादा से ज्यादा सीख सके। सीनियर फिजिशियन डा. वीके बिंद्रा सम्मान लेने के लिए मंच की ओर बढ़े तो जोरदार तालियां बजीं। डा. बिंद्रा ने पलटकर सबका अभिवादन किया और सम्मान के गरिमामय वातावरण से आह्लादित नजर आए। यही क्रम सभी चिकित्सकों के मंच पर पहुंचने और सम्मान के साथ वापस आने के दौरान जारी रहा।
मेरठ जैसी चिकित्सीय क्षमता हर जगह नहीं : गोविल
सांसद अरुण गोविल ने कहा कि चिकित्सकों का दुनियाभर में बड़ा सम्मान है, क्योंकि उनका पेशा जिंदगी बचाने और स्वास्थ्य संवर्धन का है। कहा कि 'मुझे नहीं लगता कि मेरठ के बराबर प्रतिभा संपन्न और ख्यातिलब्ध डाक्टर किसी अन्य समानांतर शहर में होंगे, जो मेरठ का सौभाग्य है।'
सांसद ने दैनिक जागरण के मंच से अपील करते हुए डाक्टरों से कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'आयुष्मान भारत' का लाभ सभी लाभार्थियों को मिले, और इसमें अस्पताल प्रबंधन से अपील है कि वो अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए सामने आएं।'
सांसद ने दैनिक जागरण के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि 'यह उनका सम्मान है जिन्होंने जीवन बचाया, संवारा और और एक स्वस्थ समाज की रचना में बड़ा योगदान दिया'। इससे पहले दैनिक जागरण ने सांसद अरुण गोविल, एमडीए उपाध्यक्ष संजय कुमार मीना, आइएमए अध्यक्ष डा. अनुपम सिरोही, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता एवं उप प्राचार्य डा. ज्ञानेश्वर टांक को सम्मानित किया।
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