Meerut: फौजी कपिल पर हमले के मामले में सभी आरोपितों की जमानत निरस्त, बूम लगाकर कंपनी ने शुरू किया भूनी टोल
Meerut News मेरठ के भूनी टोल प्लाजा पर फौजी कपिल पर हमला करने वाले आठ आरोपियों की जमानत कोर्ट ने निरस्त कर दी है। पुलिस ने कपिल का मेडिकल रिपोर्ट सैनिक अस्पताल से मंगवाया है। एनएचएआइ टीम ने टोल फिर से शुरू कर दिया है। पुलिस वीडियो से तोड़फोड़ करने वालों की पहचान कर रही है। राजस्व विभाग की टीम ने टोल की जमीन की पैमाइश की।

जागरण संवाददाता, सरूरपुर (मेरठ)। भूनी टोल पर फौजी कपिल पर हमला करने वाले आठ आरोपितों की कोर्ट ने जमानत निरस्त कर दी। पुलिस ने केस डायरी का हिस्सा बनाने के लिए सैनिक अस्पताल से कपिल का मेडिकल मांगा है। ऐसे में आरोपितों को सीजेएम की अदालत से भी जमानत मिलना मुश्किल होगी। उधर, बागपत डिवीजन से पहुंची एनएचएआइ की टीम ने देर शाम बुम लगाकर टोल शुरू कर दिया है। फास्टैग के अलावा नकदी के काउंटर भी शुरू हो गए हैं।
अभी तक धरम सिंह एंड कंपनी की तरफ से टोल पर तोड़फोड़ करने की तहरीर नहीं दी गई है। हालांकि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शरारती तत्वों की पहचान वीडियो के आधार पर की जा रही है।
श्रीनगर में राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) में तैनात गांव गोटका निवासी सिपाही कपिल छुट्टी समाप्त होने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे। रविवार रात उन्हें सेना मुख्यालय में रिपोर्ट करनी थी और दिल्ली एयरपोर्ट से सोमवार सुबह पांच बजे उनकी फ्लाइट थी। कार में उनके साथ पिता कृष्णपाल, ताऊ तिरसपाल, चचेरे भाई शिवम और सुधीर भी थे। शाम साढ़े सात बजे भूनी टोल प्लाजा पर कपिल की टोलकर्मियों से कहासुनी हुई। टोलकर्मियों ने साथियों से सैनिक को परिवार के सामने ही पीटा। टोलकर्मचारियों पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया गया।
उसके बाद ग्रामीणों ने सोमवार को टोल पर धावा बोलकर तोड़फोड़ कर दी थी। पुलिस ने आरोपित नीरज तालियान, सचिन, विजय, अनुज, अंकित, सुरेश राणा, अंकित शर्मा और रवि को जेल भेज दिया।
एसीजेएम कोर्ट संख्या दो नमृता सिंह ने सभी आरोपितों की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। तर्क दिया कि जानलेवा हमले में जमानत देना उनके न्यायालय के क्षेत्राधिकार में नहीं हैं। अब उक्त मुकदमे की सुनवाई सीजेएम कोर्ट में की जाएगी।
एसओ अजय शुक्ला ने बताया कि बागपत डिवीजन की तरफ से 15 कर्मचारियों की टीम भेजकर गुरुवार की शाम से टोल की शुरूआत कर दी गई। बुम लगाकर नकदी का काउंटर भी चालू कर दिया गया है। पुलिस ने घटना की विवेचना शुरू कर दी है। फौजी का मेडिकल मांगा गया है। साथ ही टोल पर मौजूद अन्य लोगों के बयान भी पुलिस दर्ज करेगी।
टोल की जमीन की हुई पैमाइश
टोल पर हुई मारपीट को लेकर अधिकारियों ने भी सजगता बरतनी शुरू कर दी है। बताया गया कि सरधना तहसील से राजस्व विभाग की टीम बुधवार को पैमाइश के लिए गई थी। इसके बाद लौट गई। एसडीएम उदित नारायण सेंगर ने बताया कि पैमाइश में सब सही निकला है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है।
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