Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Meerut News : शौच के लिए पटरी पर बैठा ढाई साल का बच्चा बहा, इस हादसे का कौन है जिम्मेदार ?

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 02:31 PM (IST)

    Meerut News मेरठ में एक दुखद घटना में ढाई साल का बच्चा नाले में गिर गया। बच्चे की मां उसे नाले की पटरी पर शौच के लिए बैठाकर घर के अंदर चली गई थी। बरसात के कारण नाले में तेज बहाव था। ग्रामीणों और पुलिस ने बच्चे की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने नाले को ढकने की मांग की है।

    Hero Image
    बच्चा नाले में गिरने के बाद विलाप करते स्वजन, इंसेट में सादिक का फाइल फोटो।

    संवाद सूत्र, जागरण, सरूरपुर (मेरठ)। ढाई साल का बच्चा नाले में गिर गया और पानी के तेज बहाव के कारण बह गया। मां ने उसे नाले की पटरी पर शौच के लिए बैठाया था। ग्रामीणों ने काफी देर तक बच्चे की तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस भी मौके पर पहुंची और बच्चे की तलाश शुरू कराई। सीसीटीवी में पटरी पर बैठा बच्चा नाले में गिरता हुआ दिखाई दे रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हर्रा कस्बा निवासी हिना का निकाह गाजियाबाद के खेड़ी सिकरोड़ निवासी शाहनवाज उर्फ सोनू के साथ हुआ था। सोनू शराब पीने का आदी है। इसी को लेकर दंपती में विवाद चल रहा है। आठ माह पहले हिना अपने चार बच्चों को लेकर मायके आ गई। हिना के घर के बाहर ढाई फीट चौड़ा और तीन फीट गहरा नाला बह रहा है। घर से दो सौ मीटर दूर नाले की चौड़ाई पांच फीट है।

    बुधवार दोपहर करीब तीन बजे बरसात रुकी तो हिना ने ढाई साल के बेटे सादिक को नाले की पटरी पर शौच के लिए बैठा दिया। उस समय नाले में तेजी से बरसात का पानी बह रहा था। वह घर के अंदर चली गई। कुछ देर बाद बाहर आई तो सादिक नहीं मिला।

    काफी तलाशने के बाद पता चला कि बच्चा नाले में गिरकर बह गया। नाले का पानी गांव के बाहर करीब डेढ़ किमी दूरी पर तालाब में पहुंचता है। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस के साथ बच्चे को तलाश किया।

    एसओ अजय शुक्ला ने बताया कि ग्रामीणों के साथ शाम सात बजे तक डेढ़ किमी दूरी के नाले को सर्च कर लिया गया, लेकिन बच्चा नहीं मिला। जेसीबी से तालाब के समीप नाले में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। पीएसी की भी टीम बुलाई गई है। हिना के घर में शौचालय है फिर भी उसने बेटे को नाले की पटरी पर बैठा दिया।

    ढका हुआ होता नाला तो शायद नहीं होता हादसा

    ग्रामीणों ने बताया कि अगर नाला ढका होता तो यह हादसा न होता। कई बार गांव की पंचायत में नाले को ढकने का मुद्दा उठ चुका है। उसके बाद भी नाला पूरी तरह से खुला हुआ है। नगर पंचायत के चेयरमैन कुंवर मोहम्मद अली ने बताया कि कस्बे की आबादी के अंदर सभी नालों को ढका जा चुका है। जितना काम बचा है उसे जल्द पूरा किया जाएगा।

    लापरवाही चेयरमैन की या फिर अनदेखी अधिकारियों की...

    संसू, रोहटा(मेरठ)। हर्रा नगर पंचायत की लापरवाही से मासूम नाले में बह गया। विकास के नाम पर भले ही अधिकांश नाले ढकवा दिए गए हों। लेकिन नाला ऐसा भी छोड़ा गया। जिसने में तीन वर्ष का मासूम गिर गया और बह कर तेज बहाव में आगे चला गया। हालांकि, कुछ का यह भी तर्क है कि गांव के बाहरी छोर पर नाला है। जिस पर ना तो चेयरमैन ने ध्यान दिया और ना ही ईओ ने वहां पर जाकर कभी निरीक्षण किया।

    उधर, अगर स्वजन मासूम को नाले में गिरते हुए ना देखते। इस पर वह उसे संभावित स्थानों पर ढूंढते रह जाते। ऐसे में इस प्रकरण ने नगरपंचायत की कार्यशैली पर सवालियां निशान खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में खुले नाले को लेकर कई बार मौखिक शिकायत की गई। लेकिन, यहां पर कभी ध्यान नहीं दिया गया।

    ईओ नीति गुप्ता भी देर शाम तक मामले से अनजान रही। वहीं, इस दौरान उन्होंने बताया कि वह बैठक में थी। जिस पर उन्हें देर शाम पता चला।

    comedy show banner
    comedy show banner