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    नकली मसाले सेहत के लिए हैं बहुत हानिकारक, घर बैठे ऐसे करें असली-नकली की पहचान

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 03:05 PM (IST)

    Meerut News त्योहारों के नजदीक आते ही मसालों में मिलावट का खेल शुरू हो गया है। मेरठ में खाद्य विभाग की जांच में कई मसालों के नमूने फेल पाए गए हैं। लाल मिर्च में ईंट का पाउडर और काली मिर्च में पपीते के बीज मिलाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मिलावटी मसालों से एलर्जी लीवर और किडनी आदि की समस्या हो सकती है।

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    नकली मसाले तो नहीं खा रहे आप, घर बैठे करें असली की पहचान (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, मेरठ। त्योहारों के नजदीक आते ही मसालों की डिमांड बढ़ जाती है। मिलावटखोर मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावट करते हैं। जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन का आंकड़ा बताता है कि सितंबर और अक्टूबर माह में मसालों के 12 नमूने लिए गए। जिसमें से एक नमूना लाल मिर्च का फेल हुआ तो चार नमूने अधोमानक पाए गए, जो सेहत के लिए नुकसानदायक है।

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    आरजी डिग्री कालेज में 1997 में बनाई गई फूड साइंस एंड क्वालिटी कंट्रोल लैब की समन्वयक डा. दीक्षा यजुर्वेदी और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी रवि शर्मा बता रहे हैं कि किस तरह से असली-नकली मसालों की पहचान करें। यहां पढ़ें उनकी राय। 

    लाल मिर्च पाउडर

    10 मिनट के लिए लाल मिर्च पाउडर को एक गिलास पानी में डाले। कुछ देर के बाद यदि पाउडर सतह में बैठता है और लाल रंग ऊपर आकर दिखता है तो समझ ले कि ईंट पाउडर मिलाया हुआ है। इसमें सिंथेटिक रंग भी मिलाया गया है।

    काली मिर्च

    पांच मिनट के लिए एक गिलास पानी में काली मिर्च को डाले। मिलावट होगी तो कुछ दाने ऊपर आ जाएंगे। यदि ऊपर कुछ नहीं आता है तो काली मिर्च असली है।

    धनिया पाउडर

    धनिया पाउडर में बुरादा मिलाया जाता है, ताकि उसका वजन बढ़ाया जा सके। बुरादा मिट्टी का भी हो सकता है अन्य किसी सामान का भी। जिसके बाद धनिये से महक आने लगती है। महक आती है तो समझ लीजिए नकली है।

    दालचीनी

    दालचीनी के कुछ टुकड़े लेकर अपने हाथ पर रगड़े। अगर दालचीनी से लाल या भूरा रंग निकलता है तो यह असली दालचीनी है। यदि लाल और भूरा रंग नहीं निकल रहा है तो नकली हैं।

    जीरा

    जीरा को हाथ में लेकर अपनी अंगुलियों पर रगड़े। यदि अंगुली काली पड़ रही है तो समझ ले कि जीरा नकली है। यदि अंगुली काली नहीं हो रही है तो समझ ले कि जीरा असली है।

    हल्दी पाउडर

    इसमें रंग को बेहतर बनाने के लिए पीला रंग मिला दिया जाता है। ताकि देखने में आकर्षक लगे, लेकिन यह खाने में बेहद नुकसानदायक होता है। हल्दी को भी पानी में डालकर देखे। रंग ऊपर आ रहा है तो नकली है।

    खड़े मसालों का करें प्रयोग, पीसे हुए में होती है मिलावट

    जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी रवि शर्मा का कहना है कि बाजारों में विभिन्न कंपनियों के मसाले आ रहे हैं। जिनमें मिलावट की जा रही है। यह मिलावट पीसे हुए मसालों में की जाती है। यदि इंसान खड़े मसालों को घर में लाकर मिक्सी में पीसकर रख ले तो बेहतर होगा।

    शक होने पर इन नंबरों पर कर सकते हैं शिकायत

    - 9412142834 नंबर पर काल करके शिकायत करें।

    - 9140465360 - नंबर पर भी काल करके शिकायत कर सकते हैं।

    एलर्जी, लीवर, किडनी की हो सकती है समस्या: डा. सिरोही

    वरिष्ठ फिजिशियन डा. तनुराज सिरोही ने बताया कि मिलावटी हल्दी, धनिया, मिर्च, गरम मसाला पाउडर आदि खाने से एलर्जी, लीवर, किडनी डैमेज हो सकती है। पाचन तंत्र क्रिया खराब हो सकती है। उल्टी होना आम बात है। सांस की समस्याएं भी कई तरह की हो सकती है। यहां तक की यदि लंबे समय से नकली खाद्य पदार्थ खा रहे हैं तो कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है।