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    AE ने रिपोर्ट में ऐसा क्या लिख दिया जो सैलरी तक रुक गई, लिपिक को भी कारण बताओ नोटिस जारी

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 04:43 PM (IST)

    मेरठ नगर निगम में शिकायत निस्तारण में लापरवाही सामने आई है। कर्मचारियों द्वारा फर्जी निस्तारण दिखाने और उच्च अधिकारियों की अनुमति के बिना कार्य करने पर नगर आयुक्त ने सख्त रुख अपनाया। मार्ग प्रकाश विभाग जलकल अनुभाग संपत्ति अनुभाग और गृहकर विभाग में अनियमितताएं पाई गईं जिसके चलते कई अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए और वेतन रोकने के आदेश दिए गए।

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    निगम में लिपिक बन बैठा अधिकारी, एई ने स्वयं लिख दिया शिकायतकर्ता संतुष्ट है

    जागरण संवाददाता, मेरठ। नगर निगम में शिकायतों के निस्तारण में कर्मचारी रुचि नहीं ले रहे हैं। फर्जी निस्तारण दिखाने के लिए एक लिपिक तो स्वयं को अधिकारी मान करके हस्ताक्षर कर दिए तो वहीं एक सहायक अभियंता ने अपने मन ही रिपोर्ट लगा दी कि शिकायतकर्ता संतुष्ट है।

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    नगर आयुक्त ने मंगलवार को कैंप कार्यालय पर आईजीआरएस से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा की। इस दौरान कई विभागों की लापरवाही सामने आईं, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने व वेतन रोकने के निर्देश प्रभारी अधिकारी को दिए।

    समीक्षा में पाया गया कि मार्ग प्रकाश विभाग की शिकायतों का सही निस्तारण नहीं किया जा रहा। इस पर प्रभारी मार्ग प्रकाश को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

    लिपिक हरेन्द्र कुमार द्वारा बिना उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाए प्रतिहस्ताक्षर करने की शिकायत पर उनका वेतन रोकने की कार्यवाही के निर्देश दिए गए। लिपिक ने बिना उच्च अधिकारी की अनुमति लिए ही स्वयं प्रति हस्ताक्षर कर दिए। यानी उन्होंने कापी को खुद ही प्रमाणित कर दिया, जबकि यह अधिकार सिर्फ उच्च अधिकारी के पास था।

    जलकल अनुभाग की समीक्षा के दौरान नगर आयुक्त ने शिकायतकर्ता से स्वयं वार्ता की। शिकायतकर्ता ने निस्तारण से असंतोष जताया, जबकि सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह ने अपने स्तर से ही संतुष्ट होने की आख्या लगा दी थी।

    सीवर संबंधी समस्याओं के समाधान में भी लापरवाही मिलने पर नगर आयुक्त ने लक्ष्मण सिंह पर नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने और अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु शासन को पत्र भेजने के निर्देश दिए। गृहकर से जुड़े तीन प्रकरण छह माह से अधिक समय से लंबित पाए गए। इस पर मुख्य कर निर्धारण अधिकारी शिवकुमार गौतम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए गए।

    सम्पत्ति अनुभाग की समीक्षा के दौरान प्रभारी भोलानाथ पर आरोप पाया गया कि अतिक्रमण और अवैध कब्जों की शिकायतों का उचित निस्तारण नहीं किया जा रहा। रिपोर्ट में शिकायतकर्ता का बयान व जीपीएस फोटो तक संलग्न नहीं किया गया।, बिना अनुमति मुख्यालय से अनुपस्थित रहने के कारण उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।

    अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार, लवी त्रिपाठी, मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार, अधिशासी अभियंता शिरीष सिंह, सहायक अभियंता दुष्यंत कुमार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी शिवकुमार गौतम, प्रभारी सम्पत्ति भोलानाथ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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